Bhagalpur News:दिहाड़ी मजदूरी करने वाले राष्ट्रीय स्तर की रग्बी खिलाड़ी को कीट यूनिवर्सिटी में मिली नौकरी
ग्राम समाचार, भागलपुर। कीट एवं कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यूनिवर्सिटी एवम् आर्ट ऑफ़ गिविंग के संस्थापक अच्युत सामंत ने दिहाड़ी मजदूरी करने वाली दो राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी सुजाता प्रधान एवम लक्ष्मी मुंडा को कीट के स्पोर्ट्स विभाग में नौकरी का नियुक्ति पत्र देने के साथ साथ आर्थिक सहयोग कर दो लाचार गरीब एवम् आर्थिक रूप से कमज़ोर खिलाड़ियों की मदद कर मानवता की एक और मिशाल कायम किया है। एक और प्रतिभाशाली छात्र एवम् खिलाड़ी राहुल महत जिनके पिता गोलगप्पा बेचने का काम करते हैं, उसका नामांकन कीट यूनिवर्सिटी के बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में निःशुल्क किया गया है। ज्ञातव्य है कि की्स कीट यूनिवर्सिटी में 30 हजार आदिवासी गरीब बच्चे जो ओडिसा, झारखण्ड, बिहार, छत्तीसगढ़ एवम् पश्चिम बंगाल से है। उनको श्री सामंत ने मुफ्त पढ़ाई लिखाई, रहने एवं खाने की व्यवस्था उनके रोजगार की व्यस्था श्री सामंत ने अपने कंधे पर लिया है। उसमें से 5000 से अधिक बच्चे राज्य ,राष्ट्र एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। संस्थापक डॉक्टर अच्युत सामंत का मानना है की समाज और देश तभी आगे बढ सकता है जब हम बच्चों एवम् युवाओं को शिक्षा एवम् खेल में आगे बढ़ाने में मदद कर उनको रोजगार के अवसर प्रदान करें। आज हमारे कीट यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में 200 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पूर्व और वर्तमान खिलाड़ी हैं जो के देश पूर्वी एवम् पूर्वोत्तर राज्यों से आते है और उनको मैंने सम्मान के साथ यहां विभिन्न खेलो के प्रशिक्षक, सपोर्ट स्टाफ एवम् स्पोर्ट्स एक्सक्यूटिव के पद पर नियुक्त किया है। देश के किसी भी यूनिवर्सिटी का इतना बड़ा स्पोर्ट्स विभाग एवम् 28 स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स नहीं है, जो डायरेक्टर स्पोर्ट्स कीट यूनिवर्सिटी डॉक्टर गगनेन्दु दास के देख रेख में चल रहा है। डॉक्टर सामंत बताते हैं कि इसका सुखद परिणाम भी देश के सामने है स्पोर्ट्स की उपलब्धियों के साथ दुती चांद अर्जुन पुरस्कार एवम् एशियन गेम्स मेडलिस्ट वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 100मीटर की गोल्ड मेडल विजेता जैसे दर्जनों एथलीट एवम् खिलाड़ी हैं जो देश और कीट यूनिवर्सिटी का नाम राष्ट्रीय एवम् अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित कर रहे हैं। आर्ट ऑफ़ गिविंग के बिहार यूनिट के कन्वेनर एवम् अंतर्राष्ट्रीय लेवल वन कोच सह कोचिंग सेक्रेटरी, बिहार वॉलीबॉल संघ ने उपरोक्त जानकारी देते हुए कहा कि आज के जनसेवकों एवम् सामाजिक कार्यकर्ताओं को डॉक्टर अच्युत सामंत के जीवन से एवम् उनके मानवता के प्रति सेवा भावना से सीख लेने की जरूरत है।
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