रेवाडी। भारतीय सेना में अहीर (यादव) रेजिमेंट का गठन करवाने की मांग ने एक बार फिर जोर पकडा है। समीति ने विभिन्न राजनीतिक व समाजिक संगठनों से मांग की है सभी केंद्र सरकार को व रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर अपनी मांग करें। इसी कडी में रेवाडी से विधायक चिरंजीव राव ने भी देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि यदुवशियों का इतिहास भारत में हमेशा प्रेरणादायी रहा है। यादव समाज ने हमेशा से ही राष्ट्रहित में स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात अनेकों युद्धों में अदम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुए देश की एकता व अखण्डता के लिए अपने प्राण भी न्यौछावर किए हैं। जब-जब अपने देश पर आंतकियों, पडोसी शत्रुओं ने भारत माता की भूमि पर बुरी नजर डाली तब-तब अहीर(यादव) समाज के वीरों ने आगे बढकर उनका न केवल मुकाबला किया बल्कि उनको धूल चटाने का काम किया है। चिरंजीव राव ने कहा कि सन् 1962 के विश्व प्रसिद्ध रेजागंला युद्ध में 114 वीर यादवों ने चीन से लडते हुए अपनी शहादत दी थी। इसके फलस्वरूप मेजर शैतान सिंह को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। इसी प्रकार वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध मे यादव समाज के वीर योद्धा सुबेदार मेजर योगेन्द्र यादव को उनके अदम साहस के लिए परमवीर चक्र से नवाजा गया था। इसी तरह से सभी युद्धों में यादव समाज के वीरों ने आगे बढकर दुश्मन का मुकाबला किया है। इसी तरह से बहूत से यादव वीरों को परमवीर चक्र, महावरी चक्र, वीर चक्र व अशोक चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। महोदय मैं आपकों बताना चाहता हूं कि भगवान श्री कृष्ण भी हमारे समाज के ही गौरव थे। जिन्होंने श्री गीता का उपदेश दिया था। उनकी भी अपनी यदुवंशी सेना थी।
Rewari News : विधायक चिरंजीव राव ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग की
राव ने कहा कि इस क्रम में समय-समय पर अहीर रेजिमेंट गठन की मांग उठती रही है। शौभागय से मेरा जन्म भी इसी वीर जाति में हुआ है। यादव जाति के शौर्य को देखते हुए अहीर(यादव) रेजिमेंट का गठन होना चाहिए। मैं अनुग्रहीत होउंगा यदि आप अहीर (यादव) समाज की प्रतिष्ठा, सम्मान, स्वाभिमान व योद्धाओं के त्याग, बलिदान और देशभक्ति के समर्पण भाव को दृष्टिगत रखते हुए अहीर समाज को भारतीय सेना में रेजिमेंट का गठन करवाने की कृपा करें। विधायक चिरंजीव राव ने बताया कि उन्होंने इससे पहले भी अहीर रेजिमेंट गठन की मांग की है। इससे पहले उन्होंने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था, जिसमें उनको बहूत से संगठनों का साथ भी मिला था। उसके बाद भी समय-समय पर हर आंदोलन व बैठकों में पंहूचकर उन्होंने अहीर रेजिमेंट की मांग का समर्थन किया है। अब एक बार फिर वे मांग करते हैं कि अहीर रेजिमेंट बनना चाहिए।
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