ग्राम समाचार न्यूज : हरियाणा : देशभर के किसानों द्वारा लंबे अरसे से उठाई जा रही "कर्ज से मुक्ति और फसलों की लागत से डेढ़ गुणा लाभकारी दाम" देने की दो प्रमुख मांगों को अनदेखा कर केन्द्रिय सरकार ने कोरोना -लॉकडाउन की विकट स्थिति का दुरुपयोग करते हुए 5 जून को किसान-विरोधी तीन काले अध्यादेश थोप दिए थे। इनके खिलाफ गांव से लेकर संसद तक उठी आवाज की उपेक्षा कर, किसानों की कीमत पर केन्द्रिय सरकार द्वारा देशी-विदेशी कॉरपोरेट, कम्पनियों के स्वार्थ में इन तीनों अध्यादेशों को कानूनी शक्ल दिये जाने का तमाम किसान- खेतिहर मज़दूर संगठन कड़ा विरोध कर रहे हैं।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के तत्वाधान में देश के लगभग सभी छोटे बड़े किसान व खेत मज़दूर संगठन एक साथ आन्दोलन प्रदर्शन द्वारा अपनी आवाज़, अपना विरोध सरकार तक पहुँचा रहे हैं। लेकिन सरकार द्वारा अनसुना कर चोर दरवाजे से संसद से बिल पास करवाने के विरोध में 25 सितंबर, 2020 को "ग्रामीण भारत बँध" का आह्वान किया है।
सरकार द्वारा आनन फानन में संसद द्वारा पास कराए इन बिलों का रेवाड़ी के सभी किसान संगठन विरोध कर रहें हैं। वास्तव में ये किसान बिल नहीं बल्कि
1) जमाखोरी, कालाबाजारी अनुमति कानून
2)कानून मण्डी तोड़ो, MSP छोड़ो कानून और
3)बंधुआ किसान एक्ट है।
विगत कुछ वर्षों में 4 लाख से अधिक किसान- खेतिहर मज़दूर मज़बूरन आत्महत्या कर चुके हैं। लॉक डाउन के बाद अब इन तीन बिलों को यदि कानूनी दर्जा मिल जाता है तो छोटे और मध्यम किसान पूरी तरह से बरबाद हो जाएँगे, किसानी कम्पनियों के हाथ की कठपुतली बन जाएगी और देश की खाद्यान सुरक्षा कार्पोरेट की मुठी में चली जाएगी। इस गम्भीर समस्या के सन्दर्भ में रेवाड़ी जिले के तमाम किसान- खेतिहर मज़दूर संगठन एक साथ आ कर विरोध कर रहें हैं कि इन तीन किसान विरोधी बिलों को कानूनी मन्जूरी न मिले जिससे सरकार तत्काल प्रभाव से इन्हें वापिस लेने को मजबूर हो।
इस सन्दर्भ में आज किसान साथियों ने गांव बलियर खुर्द बालियार कला मुंडिया खेड़ा जोनावास मसानी तितरपुर खतौली राजपुरा मालाहेड़ा ढाकिया,ततारपुर लादुवास गुजर संगवाड़ी बेरली खुर्द, कलां, मुसेपुर, हलुहेड़ा धामालावास, गन्गायचा पीथड़ावास, आलियावास आदि गावों में किसानो से सम्पर्क किया। किसान पहली बार इतने मुखर रूप में एक मंच से इन किसान बिलों का विरोध करने जा रहे हैं। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति रेवाड़ी के सभी किसान- खेतिहर मज़दूर व सभी किसान समर्थकों को अधिकतम संख्या में 25 सितंबर को सुबह 10 बजे अनाज मण्डी रेवाड़ी में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान करती है। तत्पश्चात उपयुक्त महोदय को ज्ञापन प्रस्तुत करने जाएँगे।
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