रेवाड़ी, 10 सितंबर : कृषि विज्ञान केन्द्र बावल द्वारा मनाये जा रहे पोषण मास के अंतर्गत हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अनुसंधान निदेशालय के परियोजना अधिकारी डॉ वी एस बत्रा ने महिलाओं को संबोधित करते हुए फलों एवम सब्जियों का बीमारियों से लड़ने के महत्व पर प्रकाश डाला व साथ ही उन्हें अपने दैनिक भोजन में प्रचुरता से शामिल करने का आह्वान किया।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ विक्रम ने संतुलित आहार एवम पोष्टिक भोजन की महत्ता बताई।। कृषि महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ नरेश कौशिक ने स्थानीय उपलब्ध खाद्य पदार्थों के पौष्टिक महत्व व उनके हमारे स्वस्थ शरीर के विकास में योगदान पर प्रकाश डाला।
केंद्र के वरिष्ठ समायोजक डॉ जोगिंदर यादव ने प्रतिभागियों को आहार एवम पोषण सुरक्षा तथा घरों में उपलब्ध खाली जगह पर पोषण वाटिका लगाने का अनुरोध किया ताकि परिवार को शुद्व एवम रसायनमुक्त सब्जियां मिलती रहें। केंद्र की प्रधान गृह वैज्ञानिक डॉ शशि वशिष्ठ ने महिलाओं को पौष्टिक तत्वों की सुरक्षा एवं रोगप्रतिरोधकता बढ़ाने के तरीकों की विस्तार से जानकारी दी।
केंद्र के वरिष्ठ कीट वैज्ञानिक डॉ बलबीर सिंह ने महिलाओं को प्राकृतिक रूप से उगी सब्जियों एवम खाद्य पदार्थ जैसे सांठी, कोंदरा, चौलाई, कचरी, बथुआ जैसी चीजों के पौष्टिक महत्व बताए व इन्हें अपने भोजन में शामिल करने पर बल दिया। डॉ योगेश जिंदल ने महिलाओं एवं बच्चों के लिए स्वास्थ्य टिप्स दिए।
इस अवसर पर क्षेत्र के विभिन्न गांव की महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार किट भी दिए गए।
कार्यक्रम के अंत में सभी को अपने आंगन में लगाने के लिए 1 -1 फल एवम औषधीय पौधे भी दिए गए।
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