अतिथि शिक्षकों पर किए गए लाठीचार्ज तथा गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिवाद मार्च
ग्राम समाचार, भागलपुर। राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर पटना में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों की बर्बरतापूर्वक की गई पिटाई तथा 05 अतिथि शिक्षकों की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को टीएमबीयू अतिथि शिक्षक संघ द्वारा संघ के अध्यक्ष डॉ. आनन्द आजाद के नेतृत्व में विश्वविद्यालय बहुद्देशीय प्रशाल से प्रतिवाद मार्च निकाला गया। बहुद्देशीय प्रशाल से निकाला गया मार्च विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र, मारवाड़ी महाविद्यालय, विश्वविद्यालय स्टेडियम, जुगलबढ चौक, विश्वविद्यालय थाना होते हुए कंपनीबाग के रास्ते विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन परिसर पहुँचा तथा वहाँ पहुँचने के उपरान्त मार्च सभा में तब्दील हो गया। मार्च के दौरान सारे अतिथि शिक्षक अपनी बाँह पर काली पट्टी बाँधे थे तथा राज्य के विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवा नियमित करनी होगी, गिरफ्तार अतिथि शिक्षकों को अविलम्ब रिहा करो, अतिथि शिक्षकों पर किया गया मुकदमा वापस लो, हमारी मांगे पूरी करो, जेल मौत से नहीं डरेंगे - अपना हक हम लेके रहेंगे जैसे नारे लगा रहे थे। विश्वविद्यालय पहुँचने के पश्चात मार्च के सभा में तब्दील होने के उपरान्त सभा को सम्बोधित करते हुए अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. आनन्द आजाद ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों की मांगे पूरी करने के बजाय उन पर बर्बरतापूर्वक डंडे बरसाकर तथा गिरफ्तारी कर सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटने का कार्य किया है। अतिथि शिक्षकों की सेवा नियमितीकरण, गिरफ्तार अतिथि शिक्षकों की रिहाई तथा मुकदमा वापसी की मांग को लेकर आन्दोलन के अगले चरण में टीएमबीयू अतिथि शिक्षक संघ द्वारा 07 सितम्बर सोमवार को कक्षा का बहिष्कार किया जाएगा। उस दिन कोई भी अतिथि शिक्षक ई - कन्टेन्ट नहीं डालेंगे। सरकार अगर अविलम्ब हमारी मांग पूरी नहीं करती है तो आगे उग्र आन्दोलन किया जाएगा। इस दौरान अतिथि शिक्षिका डॉ. ऋतु कुमारी तथा डॉ. बीबी नूरजहाँ ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों पर लाठी चलवाकर सरकार ने कायरतापूर्ण कार्रवाई की है उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा। डॉ. सत्यम शरणम तथा डॉ. पवन कुमार ने कहा कि सरकार यदि यह सोचती है कि लाठी - डंडा बरसाकर अतिथि शिक्षकों की आवाज दबा दी जाएगी तो यह उनकी भूल है। आज के प्रतिवाद मार्च में डॉ. अजय कुमार झा, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. अभिषेक आनंद, डॉ. संजय रजक, डॉ. विष्णुदेव दास, डॉ. रामानन्द, डॉ. अनुज रानी, डॉ. आभा भारती, स्वीटी कुमारी, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. खालिदा नाज, गौरव कुमार, डॉ. प्रियतम कुमार, डॉ. चन्दन कुमार, डॉ. कुन्दन दुबे, डॉ. धीरेन्द्र कुमार, डॉ. दिनेश गुप्ता तथा डॉ. विनोद चौधरी समेत सैकड़ों अतिथि शिक्षक मौजूद थे।
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