ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के नवनिर्मित सभागार में सोमवार को पोषण माह कार्यक्रम अन्तर्गत "आंगनबाड़ी कर्मियों-महिला किसानों का पोषण" विषय पर क्षमता विकास पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. अजय कुमार सिंह कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि "अपनी क्यारी-अपनी थाली। मुख्यमंत्री के इस सपने का साकार करने में पोषण वाटिका एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। पोषण की शुरूआत बच्चे से जन्म के पहले की अवस्था से करनी चाहिए। इसमें आप सभी आंगनबाड़ी कर्मी सीधे सीधे तौर पर महिलाओं से जुड़ी रहती है। इसलिए इस कार्यक्रम में आपकी अहम भूमिका होगी। इस क्रम में उन्होंने कहा कि अपने पोषण वाटिका में सहजन, नींबू अमरूद आदि जरूर लगायें, क्योंकि इसमें प्रचूर मात्रा में पौष्टिकता होती है। जो हमारे संतुलित आहार एवं कुपोषण से लड़ने में अहम भूमिका निभाती है। इस अवसर पर डॉ. आर.के. सोहाने. निदेशक प्रसार शिक्षा बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने कहा कि हम सभी को न कि सिर्फ मात्रा पर बल्कि पौष्टिक खाने पर जोर देना चाहिए। खाना की मात्रा भले ही कम हो, लेकिन यदि वह पौष्टिक एवं संतुलित है तो कम मात्रा भी अच्छा है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को जागरूक करते हुए कहा कि आप अपने आंगनबाड़ी केन्द्र के आसपास पोषण वाटिका की स्थापना करें तथा अपने गाँव-घर के अन्य महिलाओं को पोषण वाटिका लगाने हेतु प्रेरित करें। पोषण वाटिका से घर के सब्जी की आवश्यकता की पूर्ति के साथ डॉ. आर.एन. सिंह सह निदेशक प्रसार शिक्षा ने वृक्षारोपण पर बल दिया एवं ग्रामीण महिलाओं, बच्चों के स्वास्थ्यवर्द्धन में आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका पर चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. विनोद कुमार, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान ने पोषण वाटिका लगाने के तरीका, उसके फायदे पर प्रकाश डाला। इस क्रम में उन्होंने कहा कि पोषण वाटिका के पूरब दिशा में साग, पश्चिम में लत्तीदार सब्जियाँ, दक्षिण में झाड़ीनूमा यथा बैगन, टमाटर आदि एवं उत्तर दिशा में फलदार वृक्ष लगाने की सलाह दी। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डॉ. रणधीर कुमार अध्यक्ष, उद्यान ने पोषण वाटिका लागने की तकनीकी जानकारी एवं वैज्ञानिक विधि से पोषण वाटिका निर्माण की जानकारी दी। इस अवसर पर ई. पंकज कुमार, सक्षम कुमार सिन्हा रावे के छात्र- छात्रा सहित 30 आंगनबाड़ी सेविका एवं महिला किसानों ने भाग लिया।
Bhagalpur News:पोषण माह कार्यक्रम अन्तर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित, पोषण वाटिका में सहजन, नींबू और अमरूद जरूर लगावें – कुलपति
ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के नवनिर्मित सभागार में सोमवार को पोषण माह कार्यक्रम अन्तर्गत "आंगनबाड़ी कर्मियों-महिला किसानों का पोषण" विषय पर क्षमता विकास पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. अजय कुमार सिंह कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि "अपनी क्यारी-अपनी थाली। मुख्यमंत्री के इस सपने का साकार करने में पोषण वाटिका एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। पोषण की शुरूआत बच्चे से जन्म के पहले की अवस्था से करनी चाहिए। इसमें आप सभी आंगनबाड़ी कर्मी सीधे सीधे तौर पर महिलाओं से जुड़ी रहती है। इसलिए इस कार्यक्रम में आपकी अहम भूमिका होगी। इस क्रम में उन्होंने कहा कि अपने पोषण वाटिका में सहजन, नींबू अमरूद आदि जरूर लगायें, क्योंकि इसमें प्रचूर मात्रा में पौष्टिकता होती है। जो हमारे संतुलित आहार एवं कुपोषण से लड़ने में अहम भूमिका निभाती है। इस अवसर पर डॉ. आर.के. सोहाने. निदेशक प्रसार शिक्षा बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने कहा कि हम सभी को न कि सिर्फ मात्रा पर बल्कि पौष्टिक खाने पर जोर देना चाहिए। खाना की मात्रा भले ही कम हो, लेकिन यदि वह पौष्टिक एवं संतुलित है तो कम मात्रा भी अच्छा है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को जागरूक करते हुए कहा कि आप अपने आंगनबाड़ी केन्द्र के आसपास पोषण वाटिका की स्थापना करें तथा अपने गाँव-घर के अन्य महिलाओं को पोषण वाटिका लगाने हेतु प्रेरित करें। पोषण वाटिका से घर के सब्जी की आवश्यकता की पूर्ति के साथ डॉ. आर.एन. सिंह सह निदेशक प्रसार शिक्षा ने वृक्षारोपण पर बल दिया एवं ग्रामीण महिलाओं, बच्चों के स्वास्थ्यवर्द्धन में आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका पर चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. विनोद कुमार, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान ने पोषण वाटिका लगाने के तरीका, उसके फायदे पर प्रकाश डाला। इस क्रम में उन्होंने कहा कि पोषण वाटिका के पूरब दिशा में साग, पश्चिम में लत्तीदार सब्जियाँ, दक्षिण में झाड़ीनूमा यथा बैगन, टमाटर आदि एवं उत्तर दिशा में फलदार वृक्ष लगाने की सलाह दी। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डॉ. रणधीर कुमार अध्यक्ष, उद्यान ने पोषण वाटिका लागने की तकनीकी जानकारी एवं वैज्ञानिक विधि से पोषण वाटिका निर्माण की जानकारी दी। इस अवसर पर ई. पंकज कुमार, सक्षम कुमार सिन्हा रावे के छात्र- छात्रा सहित 30 आंगनबाड़ी सेविका एवं महिला किसानों ने भाग लिया।

0 comments:
एक टिप्पणी भेजें