ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने और उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण की साजिश के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के तहत नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले स्थानीय रेलवे जंक्शन रेवाड़ी पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। वक्ताओं ने चेताया कि यदि सरकार ने यूनियन की मांगों को अनसुना किया तो जोरदार आंदोलन खड़ा किया जाएगा। इस मौके पर सहायक मंडल मंत्री नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन बीकानेर मंडल का. देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि जब लोकडाउन में पूरा देश बंद था, उस समय जान की परवाह किए बगैर 10 लाख से अधिक रेल कर्मचारी मालगाड़ी, पार्सल ट्रेन का संचालन कर आवश्यक वस्तुओं को देश के कोने-कोने में पहुंचाने में लगे थे। इतना ही नहीं जब राज्य सरकारे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में फेल हो गई तो रेल कर्मियों ने उन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए घर पहुंचाया, लेकिन सरकार रेल कर्मचारियों को ईनाम देने की बजाय उनके डीए और अन्य एलाउंस को फ्रीज करने के साथ ही ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने में जुटी रही। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है। उसका हर कार्य मजदूर विरोधी है। यही वजह है कि बातचीत में मंत्रालय के अफसर और रेलमंत्री कहते कुछ है, लेकिन करते कुछ और ही हैं। अब समय आ गया है कि यूनियन अपनी रणनीति पर काम करें, ताकि सरकार को जवाब दिया जा सके। का. देवेंद्र सिंह ने कहा कि संगठन डीए की लड़ाई लड़ रहा है, जबकि सरकार अपने छिपे एजेंडे पर काम करना शुरु कर दिया और तमाम महत्वपूर्ण रेलमार्ग पर प्रीमियम ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने का न सिर्फ फैसला कर लिया, बल्कि इस पर काम भी शुरु हो गया। उन्होंने कहा कि एक्ट अप्रेंटिस के मामले में रेलमंत्री के साथ ही चेयरमैन रेलवे बोर्ड से कई बार बातचीत हो चुकी है। अप्रेंटिस मामले में बोर्ड स्पष्ट नीति बनाए। जिससे अप्रेंटिस की भर्ती हो सके। अगर इस मामले में सरकार टाल मटोल किया तो इस मुद्दे पर भी निर्णायक और मुकम्मल लड़ाई के लिए तैयार हैं। बीकानेर मंडल मंत्री ने कहा कि इस समय न सिर्फ रेल बल्कि रेल कर्मचारियों के सामने कठिन चुनौती है और हमें इसका डटकर मुकाबला करना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि 14 से 19 सितंबर तक सशक्त विरोध सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इसमें 19 सितंबर शहीदी दिवस के दिन देश भर में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रयास होगा कि आम जनता की भी भागेदारी सुनिश्चित की जाए। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर यातायात निरीक्षक सत्यवान लांबा, अनिल वर्मा, बीके लाडवाल, जीडी शर्मा, सुभाष कनसेरा, हुकम चंद, सत्यनारायण, सुनील कुमार, महेश कुमार, सूरत यादव, मनोज अरोड़ा, लोकेश मीणा, राजपाल यादव, भारत, सहायक लोको पायलट कॉमरेड जितेंद्र यादव, प्रमोद सैनी, अमित यादव, कृष्ण कुमार, रामकेश मीणा, राधेश्याम यादव, प्रेम सिंह, पंकज, अविनाश, विकास, अंकित सैनी, अमित इंदौरिया, पिंटू राम, शिव गौतम, साजन बत्रा, धर्मपाल यादव, मनीष शर्मा, महेंद्र बाबू, वरुण, सुरेश शर्मा सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।
Home
Haryana
Rewari
Rewari News : ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने और उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण के खिलाफ प्रदर्शन
- Blogger Comment
- Facebook Comment
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें