रेवाड़ी 9 अगस्त- नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय, हरियाणा ने आज ‘‘प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को बहु-सेवा केंद्र के रूप में अंतरण करने’’ हेतू शुभारंभ किया है। इस मौके पर हरियाणा के सहकारिता मंत्री डाॅ. बनवारी लाल ने हरियाणा राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक को 95 प्राथमिक कृृषि ऋण समितियों को बहुउददेशीय सेवा केन्द्र में परिवर्तित करने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति पत्र भी सौंपा।
सहकारिता मंत्री आज राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक, हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डाॅ. बनवारी लाल ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्राथमिक कृषि ऋण समितियां ग्रामीण भंडारण, कोल्ड स्टोरेज चेन इत्यादि परियोजनाओं को स्थापित कर आधुनिक कृषि संरचना का निर्माण कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि गांवों के आस-पास कृषि आधारित उद्योगों का विकास किया जाएगा, जिसमें कृषि उपज प्राथमिक प्रोसेसिंग आदि द्वारा वैल्यू एडिशन करके शहरों में बेचा जा सकेगा ताकि इसका लाभ गाँव तथा शहरी इलाकों को मिल सके। सहकारिता मंत्री ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत दिया जाने वाला ऋण कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ) के साथ समायोजन करने के उपरांत मात्र एक प्रतिशत की ब्याज दर पर उपलब्ध रहेगा और योजना के अंतर्गत आगामी वर्षों में और अधिक समितियों को जोड़ने का प्रयास भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज भारत को आत्मनिर्भर बनाने के राष्ट्रीय उद्देश्य के तहत कृषि आधारभूत सरंचना निधि (एआईएफ) कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए आवश्यक व्यवस्था के सृजन की अहम जरूरत को समझते हुए व किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र में आधारभूत ढांचे व निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड़ रूपए की राशि की कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ) स्थापित की है।
कार्यक्रम के दौरान नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री राजीव महाजन ने इस योजना के विभिन्न पहलुओं व बिंदूओं पर विस्तार से प्रकाश भी डाला। इस अवसर पर नाबार्ड के हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय ने हरियाणा के सहकारिता मंत्री श्री बनवारी लाल की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऑनलाइन सम्बोधन को भी सुना।
इस मौके पर हरियाणा सहकारी समितियांे के रजिस्ट्रार श्री मनीराम शर्मा, हरियाणा नाबार्ड के हरियाणा सहकारी समितियों के मुख्य महाप्रबंधक राजीव महाजन, हरको बैंक के प्रबंध निदेशक श्री मनोज बंसल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रमुख बैंकों के उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।
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