किसान विरोधी कृषि अध्यादेश 2020 के विरोध में स्वराज इंडिया रेवाड़ी इकाई व जय किसान आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम डीआरओ विजय कुमार यादव को रविवार को लघु सचिवालय में ज्ञापन सौपकर मौजूदा सरकार की कृषि नीति की घोर निन्दा की |
स्वराज इंडिया पार्टी रेवाड़ी इकाई सचिव प्रभात सिंह पाली ने बताया की स्वराज इण्डिया का जय किसान आन्दोलन काफी समय से किसानों की कर्ज मुक्ति व MSP पर पूरी फसल की खरीद के लिये निरंतर संघर्षरत है। COVID-19 महामारी के प्रभाव से कृषि और कृषि-सम्बन्धी क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। खेती के साथ-साथ पशुपालन, मछली पालन, दूध और पोल्ट्री उद्योग, और छोटे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। पूर्व में भी सभी सरकारों द्वारा किसानी उपेक्षा व किसान विरोधी नीतियों से किसानी घाटे का धन्धा बन चुकी है उस पर कोरोना महामारी में हुए लॉक डाऊन के दौरान मजदूरों के पलायन ने तो किसान की कमार ही तोड़ दी।
जगमाल सिंह लोधाना ने कहा की किसानों को राहत देने के नाम पर लाए गए 3 जून 2020 के किसानी अध्ययादेश किसानों के लिये छलावा है। उन्होने कहा तीनो अध्यादेशों कृषि उपज,वाणिज्य एवं व्यापार (संवर्धन और सुविधा ) अध्यादेश 2020 ,मूल्य आश्वासन पर( बन्दोबस्ती और सुराक्षा) समझौता कृषि सेवा अध्यादेश एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम ( संशोधन) 2020 को सरकार वापिस ले। स्वराज इंडिया का मानना है कि ये अध्यादेश किसान विरोधी हैं क्योकि इससे: फसल के दाम घट जाएँगे, खेती की लागत महंगी और बीज सुरक्षा खत्म हो जाएगी | , खाद्य सुरक्षा और सरकारी हस्तक्षेप की सम्भावना समाप्त हो जायेगी | पूरी तरह कॉर्पोराटे सैक्टर को बढादेने से उनके द्वारा खाद्यान आपूर्ति पर नियन्त्रण, जमाखोरी व कालबाज़ारी को बढ़ावा मिलेगा।
कुसुम यादव एडवोकेट ने कहा की जहां इस महामारी काल में किसान वर्ग कुछ राहत की उम्मीद कर रहा था वहां सरकार द्वारा ये कृषि अध्यादेश लाना देश के अन्नदाता का अपमान और धोखे से बढ कर कुछ नहीँ ।बलियर खुर्द से पृथवी जी ने बताया कि स्वराज इंडिया पार्टी रेवाड़ी इकाई भारत सरकार से मांग करती है कि ये अध्यादेश रद्द हों। स्वराज इंडिया के जय किसान अन्दोलन की माँग है कि ....
1. कर्जा मुक्ति
2. हर फसल का पूरा दाम
3. किसान विरोधी अध्यादेशों रद्द हों
4. डीजल का रेट आधा करो या एमएसपी का रेट बढ़ाओ
5. बिजली बिल 2020 वापस लो
6. इस साल किसान को हुए नुकसान की भरपाई हो
7. इस साल मनरेगा के तहत काम की गारंटी को बढाकर देँ
8. कोरोना संकट के पूरे दौर में सरकार हर व्यक्ति पूरा राशन उपलब्ध कराये
9. देश में किसानो, आदिवासियों की खेती की जमीन कम्पनियों को देने पर रोक लगाई जाए।
ढ़ाणी सातों से कप्तान जगदीश जी ने कहा "वन नेशन वन मार्केट " नहीं "वन नेशन वन ऍमएसपी " की जरुरत है।
"भारत छोड़ो आन्दोलन"" की वर्षगाँठ के अवसर पर "कारर्पोरेट भगाओ किसानी बचाओ" के नारे के साथ राव कुलदीप सिंह, रामनिवास ,अरुण कुमार, पृथ्वी सिंह, बलवन्त सिंह, जयचन्द, सतपाल, मोहित, जगदीश सिंह, रतन सिंह, विनीता यादव, योगेश शर्मा ने गाँधी चौक से डीसी ऑफ़िस तक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। अखिल भारतीय किसन संघर्ष समिती के तत्वाधान में हुए राष्ट्रव्यापी आन्दोलन का हिस्सा था।
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