07 अगस्त से पूरे प्रदेश में चल रही आशा वर्कर यूनियन की हड़ताल अब आंदोलन का रूप लेने लगी है। आशा वर्कर यूनियन का धरना प्रदर्शन मंगलवार को 18वे दिन भी जारी रहा। इस बार आशा कार्यकर्ता अपनी मांगो को लेकर सड़को पर उतरीं और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए सीएम के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। आशा वर्कर के प्रदर्शन में इस बार प्रदेश के सर्व कर्मचारी संघ ने भी अपना समर्थन दिया। मंगलवार को प्रदेश की करीब बीस हजार आशा वर्कर अपनी मांगो को लेकर सड़को पर उत्तरी और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। रेवाड़ी में भी जिला मुख्यालय स्तर पर बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्त्ता शहर के नेहरू पार्क में एकत्रित हुई और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। यूनियन की ओर से सीएम के नाम सीटीएम को ज्ञापन सौंपा गया। यहाँ भी सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर सैंकड़ो की संख्या में पहुंची आशा कार्यकर्ताओ ने प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी है। सरकार को चेताते हुए आशा कार्यकर्ताओ ने कहा कि सरकार से उनके प्रतिनिधिमंडल की दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन बजाय उनकी मांगे मानने के उन पर एस्मा लगाने की धमिकयां दी जा रही है। आशा कार्यकर्ताओ ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगो में आशा कार्यकर्त्ता को स्थाई कर्मचारी का दर्जा देने, कोविड-19 में ड्यूटी करने पर चार हजार रुपए जोखिम भत्ता देने, ईपीएफ व ईएसआईसी की सुविधा देने, मोबाइल सिम के साथ मोबाइल फ़ोन देने और 2018 में किये गए समझौतों को लागू करने की मांग की है।
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Rewari News : प्रदेश में अपनी मांगो को लेकर मंगलवार को आशा कार्यकर्ता सड़को पर उतरी
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