ग्राम समाचार,पाकुड़। प्रखंड के कालीदासपुर गांव में सोमवार को बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत पौधरोपण का शुभारंभ सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री सह पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम, उप विकास आयुक्त अनमोल कुमार सिंह, डीआरडीए निदेशक राधेश्याम प्रसाद, प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष प्रजापति आदि के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत मंत्री सह स्थानीय विधायक व अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं नारियल फोड़कर किया। माैके पर सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री सह पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए देश में लगे लाॅकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब मजदूर लोगों के बीच रोजी रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई थी। ग्रामीण क्षेत्रों में काम नहीं मिलने के कारण लोग पलायन कर जाते हैं। वैश्विक महामारी के दौर में पलायन किए मजदूरों के दु:ख दर्द को समझते हुए सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन ने उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अनेक तरह की योजनाएं चलाने का निर्णय लिया है। जिसमें मुख्य रूप से पौधारोपण, जल संचयन व खेल मैदान बनाना है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से जुड़कर स्वनिर्भर बनने की अपील की।
गांव का पानी गांव में एवं खेत का पानी खेत में रहे इसके लिए सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। पौधरोपण के माध्यम से जहां मिट्टी के बहाव को रोका जा रहा है। वहीं, शाॅकपिट एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से जल को संचित किया जा रहा है। ताकि गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या ना हो भूगर्भ का वाटर रिचार्ज हो सके। मौके पर उन्होंने अनुभवी कृषक मित्रों से भी अपील करते हुए कहा कि दूसरे कृषकों को भी इससे जुड़ी जानकारी अवश्यक साझा करें, ताकि कृषक प्रेरित होकर इस योजना के तहत लाभान्वित हो सके। मौके पर उप विकास आयुक्त अनमोल कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना के जरिये सरकार सड़क किनारे, सरकारी भूमि, व्यक्तिगत या गैर मजरुआ भूमि पर फलदार पौधा लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर रही है। इन पौधों की देखभाल की जिम्मेवारी ग्रामीणों की होगी। अगले तीन साल तक पौधों को सुरक्षित रखने के लिए सहयोग मिलेगा। उन्हें पौधों का पट्टा भी दिया जायेगा, जिससे वे फलों से आमदनी कर सकें। पौधारोपण के करीब तीन साल बाद प्रत्येक परिवार को 50 हजार रुपये की वार्षिक आमदनी होगी। साथ ही फलों की उत्पादकता बढ़ने की स्थिति में फलों को प्रसंस्करण व उसके बाजार उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था होगी। इस योजना के तहत पूरे जिले में 513 एकड़ में पौधारोपण के साथ 89,158 पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे कुल 568 लाभुक लाभान्वित होंगे। मौके पर अंचलाधिकारी आलोक वरण केसरी, जेएसएलपीएस के प्रवीण मिश्रा, मनरेगा के प्रखंड समन्वयक एवं काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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