ग्राम समाचार, दुमका : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद निशिकांत दुबे, विधायक समीर महंती ने मंगलवार 18 अगस्त को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पुण्यतिथि बताकर लोगो को बधाई संदेश दिया है। इस पर बांग्ला भाषा व संस्कृति रक्षा समिति, झारखंड के प्रदेश सचिव गौतम चटर्जी ने इसका कड़ा बिरोध किया है। श्री चटर्जी ने बताया है, की केंद्र सरकार ने आज तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पुण्यतिथि को घोषित नहीं किया है। यहां पुण्य तिथि के नाम पर एक साजिश के तहत झूट प्रचार किया गया है। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवारलाल नेहरू ने नेताजी के मृत्यु रहस्य को लेकर दो दो बार कमीशन गठन किया था। शाहनवाज कमीशन व खोशला कमीशन।दोनों कमीशन ने अपने रिपोर्ट में 18 अगस्त 1945 को जापान के ताईहुको बिमान दुर्घटना में नेताजी के मोत का पुष्टि किया था, पर जन भावना को देखकर नेहरू जी ने नेताजी के मृत्य दिवस घोषित नहीं किये थे। शाहनवाज एवं खोशला दोनों आजाद हिंद फौज के सैनिक थे। विश्व के इतिहास में किसी सैनिक को कमीशन का अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है। जो भी हो प्रधानमंत्री मोरारजी देशाई ने उस दोनों कमीशन के रिपोर्ट को खारिज कर दिये है।प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने मृत्यु रहस्य को लेकर मुखर्जी कमीशन का गठन किये थे। उस कमीशन का रिपोर्ट में ताईहुको बिमान दुर्घटना में नेताजी के मौत को सिरे से खारिज कर दिया हैं।तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने कमीशन के उस रिपोर्ट को दबा दिया था।बर्तमान सरकार को मुखर्जी कमीशन के रिपोर्ट को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में चर्चा करना चाहिये। उसकी चर्चा किये बिना यहां भाजपा एवं झामुमो ने पुण्यतिथि को लेकर घृणित राजनीति किया है।श्री चटर्जी ने ये भी कहा है कि नेताजी के संताल परगना के साथ काफी लगाव था। यहां के लोगो को आजादी के लड़ाई के साथ जोड़ने दुमका, देवघर, साहिबगंज, मधुपुर का दौरा किये थे ।
ग्राम समाचार, दुमका के लिए के एन यादव।
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