ग्राम समाचार, भागलपुर एसएनबी। जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को स्थानीय समाहरणालय के सभागार "प्रतीक्षा" में कोविड -19 के इलाज हेतु एक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के प्राचार्य, अधीक्षक, कोविड सेन्टर के नोडल अफसर, पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष, औषधि विभागाध्यक्ष एवम सिविल सर्जन ने भाग लिया। सबसे पहले भागलपुर में कोरोना के कारण हो रही मौत के बारे में समीक्षा की गई। जिसका निष्कर्ष यह पाया गया कि मरीज ही काफी बिलम्ब से हॉस्पिटल पहुँच रहे हैं। इन मौतों को कैसे कम किया जाय, इसकी भी विवेचना हुई। जिसमें सिविल सर्जन का सुझाव आया कि जिस व्यक्ति की उम्र 55 साल हो तथा उन्हें अन्य बीमारी हो, उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति नही दी जाय। पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा सलाह दिया गया कि कोरोना मरीज के मौत का कारण डीआईसी है।इसकी पहचान अगर जल्द हो जाय तो मौत को रोका जा सकता है। डीआईसी जांचने के लिए जिस मशीन की जरूरत होती है, वह जेएलएनएमसीएच के क्लीनिकल पैथोलॉजी में नही है। जिलाधिकारी ने उक्त मशीन खरीदने की सलाह दी। साथ ही इस बात की चर्चा हुई कि चूँकि कोरोना सबसे ज्यादा फेफड़े को खराब करती है। मेडिकल कॉलेज में पल्मोनरी फिजिशियन की कमी की भी चर्चा हुई।
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