अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा नदी के बीच में पुल के पाया से टकराई नाव, एक यात्री लापता

ग्राम समाचार, भागलपुर। जिले के सुल्तानगंज गंगा नदी के उत्तरी दक्षिणी छोर में अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा नदी के बीच में सोमवार को एक बड़ा नाव हादसा टल गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुल्तानगंज गंगा घाट से यात्री भरी मोटर चालित नाव अगुवानी गंगा घाट जा रही थी। अचानक गंगा की तेज लहरों से नाव अनियंत्रित हो गया। यहां तक ही नही  मल्हाह भी नाव को नियंत्रण करने में असफल रहा और नाव अर्द्धनिर्मित पुल के ग्यारह नम्बर पाया से जा टकराई। इस बीच लगभग दो दर्जन लोग अपनी जान बचाने के लिए गंगा में कुद गए। हलांकी सभी व्यक्ति को तैरने आता था। वहीं संयोग बस अगुवानी गंगा घाट से सुल्तानगंज गंगा घाट के लिए यात्री से भरी नाव जा रही थी। सभी तैर रहें लोगो को मल्हाह एवं अन्य लोगो के द्वारा बचाया गया। इस घटना में महेशखूंट थाना के गौछारी निवासी जयचंद चौरसिया गंभीर से घायल हुए हैं। वहीं परबत्ता थाना के थेभाय निवासी सर्वेश कुमार भी चोटिल हूए हैं। सियादतपुर अगुवानी पंचायत के तेमथा राका निवासी रवि कुमार 10 वर्षीय बालक भी उस नाव पर सवार था। उसके  सामने ही उनके पिता सरवन ठाकुर अपनी जान बचाने के लिए गंगा में कुद गया था। जो लापता बताया जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व खगड़िया में हुए नाव हादसे के बाद जिला प्रशासन ने खासकर गंगा नदी पर नाव चलाने पर पूरी तरह रोक लगाई थी। जिसके बाद भी परबत्ता  सीओ ने खुद अगुवानी घाट पहुंचकर वहां मोटर चालित नाव  तत्काल बंद करने एवं स्ट्रीमर चलाने के आदेश दिए था। स्ट्रीमर चलना शुरू भी हूआ। इधर प्रशासन ने कभी इस बात की सुध नहीं ली की गंगा घाट पर आखिर क्या चल रहा है। किसके आदेश से गंगा की तीव्र लहरों के बीच मोटर चालित नाव का परिचालन शुरू किया गया। लोगों का कहना है कि अगुवानी घाट प्रशासनिक अनदेखी के चलते बदहाल है। घाट संचालक अधिक कमाने के चक्कर में स्ट्रीमर नहीं चलाते हैं।

 


Share on Google Plus

Editor - Bijay shankar

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें