Rewari News :

वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहर लाल खट्टर ने महिलाओ और बेटियों की सुरक्षा के लिए अनेक कानून बनाये है और उसका पालन भी करवाया जा रहा है लेकिन रेवाड़ी में इसे पुलिस प्रशासन की सुस्ती कहे या फिर राजनितिक दबाव, कि एक पिता तीन महीने से अपनी लापता बेटी की तलाश में पुलिस प्रशासन के चक्कर लगा रहा है लेकिन अभी तक पुलिस उसकी बेटी को बरामद नहीं कर पाई है। जिससे निराश होकर पिता ने अब मीडिया से उम्मीद लगाई है ताकि सोइ हुई सरकार और पुलिस प्रशासन को जगा सके। घटना 17 अप्रैल को रेवाड़ी के थाना बावल क्षेत्र के मौहल्ला बैदवाड़ा की है पीड़ित और दुखी पिता ने पुलिस से गुहार लगाई है कि वे जल्द से जल्द उनकी लापता बेटी को ढूंढ़कर उनके सामने लेकर आये. हालाँकि परिजनों ने ससुराल पक्ष समेत अन्य दो तीन युवको पर जिनके लड़की के पास फ़ोन आते थे बाइनेम संदेह जाहिर करते हुए पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। बावजूद इसके तीन महीने का समय बीत जाने पर भी पुलिस लड़की का कहीं कोई सुराग नहीं लगा पाई है परिजनों ने पुलिस पर राजीनीतिक दबाव होने का आरोप लगाया है जिस कारण लड़की को बरामद करने में पुलिस इतना समय लगा रही है। परिजनों की माने तो बेटी के गम में दुःखी होने और कार्रवाई नहीं होने पर इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों समेत बावल विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ बनवारी लाल से भी की लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। पीड़ित और दुखी पिता ने जल्द से जल्द अपनी बेटी को तलाश करने करने की गुहार लगाई है। वहीं इस पूरे मामले पर जब हमने बावल थाने के एसएचओ मदन लाल से बात की तो उन्होंने बताया कि लड़की का अपने ससुराल बैदवाड़ा में ही किराये पर रहने वाले युवको से फ़ोन पर बात होती थी और 17 अप्रैल को वह बिना किसी से बताए राजेंद्र नाम के एक ट्रक चालक के साथ चली गई उसकी तलाश के लिए पुलिस अपना पूरा प्रयास कर रही है अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि फ़िलहाल इसकी जाँच महिला थाना एसएचओ के पास है। राजेंद्र नामक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है उससे पूछताछ कर रही है। यहाँ हम आपको बता दें कि लड़की के लापता होने का यह कोई पहला मामला नहीं है बावल के एक गांव से दो साल पहले भी एक लड़की लापता हुई थी जिसे आज तक पुलिस नहीं ढूंढ पाई है। 
 
जानकारी के अनुसार राजस्थान के अलवर जिले के थाना कोटकासिम के गांव पालपुर के रहने वाले रामप्रसाद ने आठ साल पहले अपनी दो बेटियों का विवाह बावल के मोहल्ला बैदवाडा में किया था। पिता रामप्रसाद के मुताबिक छोटी बेटी कोमल नाबालिग थी जिसका गौना अप्रैल में किया गया था। 17 अप्रैल को लड़की के ससुराल से परिजनों के पास फ़ोन आया कि कोमल घर से गायब हो गई है जिस सूचना पर लड़की के परिजन लड़की के ससुराल में पहुंचे और काफी खोजबीन के बाद जब कोमल नहीं मिली तो इसकी शिकायत पोलिस को दी गई। थाना बावल पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर धारा 346 व 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया था बाद में शक की बिना पर कुछ युवको को नामजद किया था परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने फ़ोन पर परिजनों को सूचना दी की आपकी लड़की मिल गई जिसे सोनीपत से बरामद कर लिया है लेकिन बाद में पुलिस ने बताया कि लड़की छुड़वा कर भाग गई। इस बात में पुलिस की मिलीभगत होने का अंदेशा लग रहा है। परिजनों का कहना है कि इस मामले में पुलिस की मिलीभगत होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। सवाल ये है कि कहाँ गया पीएम मोदी और सीएम खट्टर का बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा।  
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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

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