Pathargama News: सिमरिया- पथरिया में पेयजल संकट गहराया



बंद जलमिनार और खराब चापाकल

गुहार लगाते ग्रामीण
ग्राम समाचार, पथरगामा:- पथरगामा में जल संकट धीरे-धीरे गहराता चला जा रहा है।हालांकि गर्मी आने के पूर्व ही प्रखंड वासियों को पेयजल की समस्या नहीं हो इस आशय को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी बासुदेव प्रसाद नें मुखिया तथा पंचायत सचिव और जलसहिया के साथ एक बैठक आहूत कर दिशा निर्देश दिया गया था।जल सहिया को फंड भी मुहैया करा दिया था।परंतु उसका कोई दूरगामी प्रभाव आज नहीं दिख रहा है।मालूम हो कि प्रखंड के सिमरिया-पथरिया गांव में लगे एकमात्र सोलर जल मीनार के खराब हो जाने से गांव के लोग 2 माह से पेयजल के लिए तरस गए हैं।जल मीनार के पास ही लगाया गया चापाकल ही खराब हो चुका है।गांव के ही जनार्दन साह, संतोष पंडित, रावण पंडित, अनिल पंडित, मंटू साह, सुनील पंडित, परदेसी पंडित, अशोक यादव, जय राम साह, पंकज साह आदि ने बताया कि ग्राम स्तर से लेकर गोड्डा विधानसभा स्तर के जनप्रतिनिधियों के पास गुहार लगाई जा चुकी है।परंतु किसी ने भी हमारी सुध नहीं ली है।पंचायत की मुखिया सरस्वती देवी तो झांकने तक नहीं आई।हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर मुखिया ने बताया कि यह जल मीनार पेयजल स्वच्छता विभाग के द्वारा लगाया गया है।इसकी मरम्मति के लिए मुखिया के पास कोई फंड नहीं है।ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल की किल्लत  हमें इस कदर परेशान कर रही है कि हम लोगों को पीने का पानी लाने के लिए मीलों का चक्कर काटना पड़ता है।सबसे बड़ी समस्या हमें पशुपालन में आ रही है क्योंकि पशुओं को पीने से लेकर स्नान कराएं तक ज्यादा पानी की बहुत पड़ती है।बताते चलें कि जल संकट से पथरगामा बाजार भी अछूता नहीं रह गया है।आज एक बार फिर छोटे-मोटे कारणों को लेकर पथरगामा में जलापूर्ति ठप हो गया।पूछे जाने पर बताया गया कि ट्रांसफार्मर का जंपर कट गया है।मालूम हो कि उसे तत्काल बना दिया गया बावजूद जलापूर्ति नहीं हुई| मालूम हो कि बार बार जलापूर्ति ठप्प होता रहना पथरगामा की नियति बनकर गया है|
 -: अमन राज, पथरगामा :-
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Editor - भुपेन्द्र कुमार चौबे

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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