इस संबंध में भाजपा चित्तरंजन नगर अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि ने कहा है कि मुझे यह लगता है कि यह वर्चस्व की लड़ाई में बलराम को गोली मारी गई है। बलराम सिंह को चिरेका से तांबा चोरी के केस को लेकर सरकारी गवाह भी बनाया गया था। कहा कि चित्तरंजन में गुंडई का बोलबाला लोगों को परेशान कर रहा है। शंकर तिवारी ने इस घटना के साथ 3 अलग अलग घटनाओ की निंदा करते हुए कहा की कुछ दिन पूर्व ही चित्तरंजन में एक व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया था, एक माह पूर्व शंभू बावरी नामक व्यक्ति को चित्तरंजन के 62 नंबर रास्ते में मार कर उसके ट्रेस बॉडी को झारखंड में फेंक दिया गया गया था और कुछ दिन पूर्व ही चितरंजन के लड़की को अपहरण करने का प्रयास किया गया था। चित्तरंजन में लगातार ऐसी घटनाएं होने से चित्तरंजन नगर वासियों में भय का माहौल बन गया है। कहा कि चित्तरंजन में लॉ एंड ऑर्डर को समाप्त कर दिया गया है। आज जगह जगह में लॉटरी, जुआ, गेसिंग का धंधा पुलिस के नाक के नीचे की जा रही है। उन्होंने चित्तरंजन को क्राइम जॉन बता कर कहा है कि जगह जगह असामाजिक तत्वों द्वारा गुट बनाकर क्राइम करने का मैप बनाया जाता है, जिससे लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ाई जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि सांसद बाबुल सुप्रियो से बात कर हमने इस घटना पर सीबीआई जांच करने की मांग की है। उन्होंने बलराम सिंह के मौत पर कड़ी निंदा व्यक्त करते हुए चिरेका प्रशासन एवं चित्तरंजन प्रशासन से मांग किया है कि ऐसी घटनाओं पर अच्छी तरह जांच कर हमलावरों को एवं आरोपियों को संरक्षण देने वालों पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
रोहित
शर्मा, ब्यूरो, जामताड़ा
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