ननंदन कानन को हेरिटेज की जांच करने पहुंचे आरकोलोजिस्ट विद्यासागर |
ग्राम समाचार, दुमका । बाल विधवा विवाह के प्रबर्तक, महात समाज सुधारक पंडित ईश्वर चंद्र बिद्यासागर के कर्मभूमि जामताड़ा जिला के विद्यासागर स्थित नंदन कानन को नेशनल हेरिटेज घोषणा करने की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है । आर्कलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के रांची शाखा के तीन सदस्यी0य दल गुरूबार यहां नंदन कानन पंहुच कर उस महान विभूति के विशाल कर्मकांड का अध्यन किया है। दल में सुपरिंटेंडेंट शिवकुमार भगत, के. के. झा. महाबीर ब्रम्हचारी थे।नंदन कानन परिचालन समिति के संयुक्त सचिव चंदन मुखर्जी एवं केयरटेकर जितेंद्र मंडल ने टीम के अध्ययन दल को विद्यासागर के मकान उनके द्वारा यहा संचालित निशुल्क होमियोपैथी चिकित्सालय, रात्रि पाठशाला संचालन का जानकारी दिया है।1855 में इस क्षेत्र में संताल बिद्रोह हुई थी। उस बिद्रोह को अंग्रेजों ने कुचल दिया था, उस बिद्रोह के दुःखद अंत के बाद अंग्रेज बीरभूम जिला के पश्चिम भाग को खंडित कर संताल परगना स्वतंत्र जिला घोषित किया था। उस समय यहां प्लेग, हैजा जैसे महामारी का बिकराल रूप लिया था। उस समय पंडित जी कोलकाता के व्यस्त जीवन छोड़ यहां आकर स्थायी रूप से सेवा कार्य किये थे। बर्ष 1874 में यहां तीन एकड़ उन्नीस डीसमील जमीन पर विशाल कर्मकांड शुरू किये थे, अठारह साल सेवा कार्य करने के बाद बर्ष 1891 में उनका निधन हो गया है। केंद्रीय रेल मंत्रालय ने उस महान विभूति के नाम पर कर्माटाड़ स्टेशन का विद्यासागर स्टेशन नामकरण किया हैं। पिछले साल बीजेपी गठबंधन सरकार कर्माटाड़ प्रखंड का विद्यासागर प्रखंड नामकरण किया है। बांग्ला भाषा व संस्कृति रक्षा समिति, झारखंड के प्रदेश सचिब गौतम चटर्जी ने 29 अप्रैल 13 को दुमका के राजभवन में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भेंट कर नंदन कानन को नेशनल हेरीटेज घोषित करने की मांग किया था।पिछले साल राज्यसभा के सदस्य महेश पोद्दार ने राज्यसभा में नंदन कानन को नेशनल हैरीटेज घोषित कराने का मांग किया है। उस समय राज्यसभा में सरकार की ओर से बताया गया था की एक सौ बर्ष पुराना मकान, एवं अन्य स्मृति को हेरीटेज घोषणा करने की प्रावधान है, पर आर्कलॉजी बिभाग से सरकार के पास प्रस्ताव नहीं आया हैं। उसी के आलोक में आरकोलॉजी बिभाग यहां नंदन कानन का निरीक्षण सह अध्ययन किया है ।
गौतम चटर्जी, ग्राम समाचार,रानीश्वर(दुमका)
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