कोविड-19 महामारी के दौरान जब लॉक डाउन की घोषणा की गई तो सबसे बड़ी समस्या यह सामने आई कि बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी?ऐसे में डीजी साथ कार्यक्रम एक नया सवेरा लेकर आया। इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को पढ़ाने में उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिल्हा, अंचल - महागामा, जिला- गोड्डा के शिक्षकों का प्रयास सराहनीय है। विद्यालय के सहायक शिक्षक रीतेश रंजन ने बताया कि मेरे विद्यालय में 10 शिक्षक कार्यरत हैं एवं कुल नामांकन 254 है। मेरे विद्यालय के अधिकांश बच्चे अल्पसंख्यक समुदाय एवं पिछड़े वर्ग से आते हैं । मेरा विद्यालय ग्रामीण परिवेश में अवस्थित है। मेरे विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप में छात्रों की संख्या 33 है एवं इससे लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या लगभग 66 है।
आगे उन्होंने बताया कि डीजी साथ कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु हम लोगों ने सबसे पहले प्रधानाध्यापक जयकांत यादव के मार्गदर्शन में 'UMS Chilha' के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण किया एवं उसमें सभी शिक्षकों को ग्रुप एडमिन बनाया एवं इसमें विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को भी जोड़ा इसी दौरान विभागीय निदेशानुसार हमें कोविड-19 महामारी के दौरान बच्चों को घर-घर जाकर चावल एवं राशि वितरण करने की जिम्मेदारी मिली हम लोगों ने इसका दोहरा लाभ उठाया यह हमारे लिए 'सोने पर सुहागा' साबित हुआ इसी दौरान हमने अभिभावकों का व्हाट्सएप नंबर संग्रह कर उसे विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया। इस तरह हमारा डोर टू डोर सर्वे हो गया। तदउपरांत सीआरसी व्हाट्सएप ग्रुप से जैसे ही शिक्षण सामग्री प्राप्त होती है उसे हम विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप में फॉरवर्ड करते हैं।अपने- अपने विषय एवं वर्ग के अनुसार शिक्षक छात्रों से संपर्क कर उनके कठिनाइयों को दूर करने का प्रयास करते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह हम लोग क्विज का आयोजन करते हैं और रोस्टर वाइज शिक्षकों द्वारा विद्यालय के पोषक क्षेत्र का भ्रमण किया जाता है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक जयकांत यादव ने बताया कि शुरुआत में कुछ परेशानी हुई क्योंकि यह हम शिक्षकों और बच्चों के लिए एक नया अनुभव था अब बच्चे इसमें काफी रुचि ले रहे हैं । कोविड-19 महामारी के दौरान डीजी साथ कार्यक्रम काफी उपयोगी साबित हुआ है। हमारी भविष्य की योजनाएं है कि लॉक डाउन की अवधि के बाद भी हम सभी स्कूल के इस व्हाट्सएप ग्रुप को यथावत संचालित करेंगे। इसके माध्यम से विद्यालय अवधि के बाद भी बच्चों का जुड़ाव हमारे साथ बना रहता है और बच्चे किसी भी वक्त कोई कठिनाई होने पर हम शिक्षकों से संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
डीजी साथ के सफल संचालन में प्रखंड विकास पदाधिकारी धीरज प्रकाश, अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी तरुण कुमार , प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मोहम्मद कमालुद्दीन एवं विषय विशेषज्ञ मुजफ्फर आलम द्वारा सराहनीय सकारात्मक सहयोग प्रदान किया गया।
ध्यातव्य रहे की इस विद्यालय के सहायक शिक्षक रीतेश रंजन प्रखंड परिवर्तन दल तथा ज्ञान सेतु अनुश्रवण दल के सदस्य हैं । पूर्व में यह अपने प्रखंड में ज्ञान सेतु कार्यक्रम में प्रशिक्षक थे तथा वर्तमान में निष्ठा कार्यक्रम में राज्य साधन सेवी समूह के सदस्य हैं। इन्होंने NIOS द्वारा संचालित D.El.Ed कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में भी अपने दायित्वों का निर्वाह किया है। दिसंबर 2019 में राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के कांस्य पदक को ग्रहण करने के लिए विद्यालय के सक्रिय शिक्षक के रूप में इन्हें रांची भेजा गया था तथा इन्हें व्यक्तिगत स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार भी प्रदान किया गया है।

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