ग्राम समाचार मिहिजाम
कोरोना महामारी के चलते पूरा देश में लॉकडाउन 4.0 है। इसे देखते हुए राज्य के शिक्षा बोर्ड ने एक अप्रैल से सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासिस लगाकर पढ़ाना शुरू कर दिया है। लेकिन मुश्किल यह है कि अधिकांश अभिभावकों के पास एंड्रायड मोबाइल ही नहीं है, जिससे गरीब विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित रह गए हैं। अब लॉकडाउन के दौरान घर चलाने के लिए परेशान इन अभिभावकों पर एंड्रायड मोबाइल खरीदने व उसका रीचार्ज करवाने का खर्चा अलग से बढऩे लगा है। अध्यापकों के अनुसार लगभग 40 प्रतिशत विद्यार्थियों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है। जिस वजह से वैसे बच्चे शिक्षा से वंचित नज़र आ रहे हैं। इसी के मद्देनजर अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी सह अतिरिक्त प्रभार शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा हरि किशोर त्रिपाठी द्वारा बातचीत के क्रम में कहा कि वैसे बच्चों के लिए भी संबंधित अधिकारियों को अवगत करवाया गया है बहुत जल्द उचित पहल कर वैसे बच्चों को चिन्हित कर व्यवस्था मुहैया कराया जाएगा।
कोरोना महामारी के चलते पूरा देश में लॉकडाउन 4.0 है। इसे देखते हुए राज्य के शिक्षा बोर्ड ने एक अप्रैल से सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासिस लगाकर पढ़ाना शुरू कर दिया है। लेकिन मुश्किल यह है कि अधिकांश अभिभावकों के पास एंड्रायड मोबाइल ही नहीं है, जिससे गरीब विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित रह गए हैं। अब लॉकडाउन के दौरान घर चलाने के लिए परेशान इन अभिभावकों पर एंड्रायड मोबाइल खरीदने व उसका रीचार्ज करवाने का खर्चा अलग से बढऩे लगा है। अध्यापकों के अनुसार लगभग 40 प्रतिशत विद्यार्थियों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है। जिस वजह से वैसे बच्चे शिक्षा से वंचित नज़र आ रहे हैं। इसी के मद्देनजर अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी सह अतिरिक्त प्रभार शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा हरि किशोर त्रिपाठी द्वारा बातचीत के क्रम में कहा कि वैसे बच्चों के लिए भी संबंधित अधिकारियों को अवगत करवाया गया है बहुत जल्द उचित पहल कर वैसे बच्चों को चिन्हित कर व्यवस्था मुहैया कराया जाएगा।
रोहित शर्मा, ब्यूरो, जामताड़ा

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