ग्राम
समाचार जामताड़ा:
अवैध
बालू उत्खनन पर रोक लगाने के लिए जामताड़ा थाना में कुल सात अवैध बालू लदे
ट्रैक्टरों के अज्ञात चालकों व मालिकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बुधवार को जामताड़ा व धनबाद की सीमा पर बराकर नदी स्थित जुरगूडीह बालू घाट में
छापेमारी की गयी थी। छापेमारी के दौरान बालू माफिया गाड़ियों को छोड़ भाग निकले।
उक्त घाट पर छापेमारी के क्रम में सात ट्रैक्टर जब्त किया गया था। इस संबंध में
जामताड़ा थाना कांड संख्या 69/20 के तहत भादवि की धारा 379/411/431/34 व एमएमआरडी
एक्ट की घारा 04 एवं 05 के तहत एफआईआर दर्ज हुआ है। इधर जिला खनन विभाग की इतनी
बड़ी कार्रवाई के बाद बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि जब्त ट्रैक्टर
में से छ: ऐसे ट्रैक्टर है,जो जिला परिवहन विभाग से बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही अवैध बालू की
ढुलाई के कार्य में लिप्त था। अब इस मामले के अनुसंधानकर्ता अज्ञात चालकों व
मालिकों की छानबीन कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही बालू की चोरी करने वाले
माफियाओं को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार दो-तीन बाइकों पर सवार
होकर लाइनर मेन रोड पर चले आते हैं। एक बाइक से मेन रोड तो दूसरी बाइक से लाइनर
स्थानीय थाने की पुलिस व जिला खनन विभाग की गतिविधि पर नजर रखते हैं। इसी तरह बीच
में भी लाइनर सक्रिय रहते हैं। इस दौरान यदि कोई अधिकारी या पुलिस घाटों की ओर
जाते हैं तो ये लाइनर इसकी सूचना माफियाओं तक पहुंचा देते हैं। फिर क्या है। यदि
गाड़ी लेकर भागे तो ठीक वरना गाड़ी छोड़कर भी माफिया वहां से फरार हो जाते हैं। जिला
खनन पदाधिकारी द्वारा छापेमारी के दौरान किसी की गिरफ्तारी न होना, ऐसे ही संकेत देते हैं। यदि ऐसा नहीं
भी है तो आखिर कोई तो है, जो पदाधिकारियों को घाटों पर पहुंचने से पूर्व ही यह सूचना पहुंचा
देता है।
अरविंद
ओझा, ग्राम समाचार, जामताड़ा

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