ग्राम समाचार जामताड़ा:
कोरोना के कहर से जिले के ब्लड बैंक को रक्त की कमी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन हमारे रक्तदान महादान के रक्त वीरों को और उनके जज्बे को सलाम है जो रक्त की क्षतिपूर्ति में लगे हुए हैं। हमारे समूह संस्थापक सुमित कुमार साव, समूह सदस्य रंजीत कुमार सिंह एवं राहुल कुमार सिंह के सक्रियता से आज जामताड़ा ब्लड बैंक में 5 युवाओं ने निस्वार्थ रक्तदान किया। हमारे रक्तदाता विजेन्द्र प्रसाद, राहुल कुमार, अनिल कुमार सिंह लिलानगर,मिहिजाम, रविन्द्र कुमार पोखरतल्ला, मिहिजाम एवं श्रीकांत कुमार एरिया 8, चित्तरंजन के निवासी ने जामताड़ा ब्लड बैंक जाकर रक्तदान किया। समूह संस्थापक सुमित कुमार साव ने बताया की इस माह रक्तदाताओं का जोश सरहानिये है। मई माह में समूह ने 33 यूनिट रक्त की व्यवस्था करवाई हैं। जिसमें 17 यूनिट जामताड़ा ब्लड बैंक, 9 यूनिट के0 जी0 अस्पताल चित्तरंजन और 7 यूनिट प्रईवेट नर्सिंग होम में दिया गया है। हमारे इन योद्धाओं ने एक मिसाल कायम कर दिया है कि अफवाहों के बंद दरवाजों से बाहर निकाल कर जरूरतमंदों की यथा संभव मदद करनी चाहिए। अगर हम एक साथ खड़े हो जाएं तो कॉरोना जैसी बीमारी या किसी भी विषम परिस्थितियों से लडा जा सकता है।
कोरोना के कहर से जिले के ब्लड बैंक को रक्त की कमी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन हमारे रक्तदान महादान के रक्त वीरों को और उनके जज्बे को सलाम है जो रक्त की क्षतिपूर्ति में लगे हुए हैं। हमारे समूह संस्थापक सुमित कुमार साव, समूह सदस्य रंजीत कुमार सिंह एवं राहुल कुमार सिंह के सक्रियता से आज जामताड़ा ब्लड बैंक में 5 युवाओं ने निस्वार्थ रक्तदान किया। हमारे रक्तदाता विजेन्द्र प्रसाद, राहुल कुमार, अनिल कुमार सिंह लिलानगर,मिहिजाम, रविन्द्र कुमार पोखरतल्ला, मिहिजाम एवं श्रीकांत कुमार एरिया 8, चित्तरंजन के निवासी ने जामताड़ा ब्लड बैंक जाकर रक्तदान किया। समूह संस्थापक सुमित कुमार साव ने बताया की इस माह रक्तदाताओं का जोश सरहानिये है। मई माह में समूह ने 33 यूनिट रक्त की व्यवस्था करवाई हैं। जिसमें 17 यूनिट जामताड़ा ब्लड बैंक, 9 यूनिट के0 जी0 अस्पताल चित्तरंजन और 7 यूनिट प्रईवेट नर्सिंग होम में दिया गया है। हमारे इन योद्धाओं ने एक मिसाल कायम कर दिया है कि अफवाहों के बंद दरवाजों से बाहर निकाल कर जरूरतमंदों की यथा संभव मदद करनी चाहिए। अगर हम एक साथ खड़े हो जाएं तो कॉरोना जैसी बीमारी या किसी भी विषम परिस्थितियों से लडा जा सकता है।
रोहित शर्मा, ब्यूरो, जामताड़ा
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