ग्राम समाचार, भागलपुर। शब-ए-बरात मुकद्दस मुबारक मोहतरम रात है, जो ईमान वालों को अल्लाह की तरफ से अता की गई है। इसमें ईमान वाले तौबा अस्तगफार दुआ और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। उक्त बातें शाह फकरे आलम हसन नाईब सज्जादानशीं पीर दमड़िया ने कहीं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन है। इसके लिए सरकार और प्रशासन द्वार निर्देश दिया गया है कि घर से बाहर न निकलें और एक जगह जमा ना हों। इसलिए मैं अपील करता हूं कि घर के अंदर रहते हुए कुरान की तिलावत हो, नमाज पढ़ी जाए और दुआएं की जाएं। पूरे मुल्क में अमन शांति कायम हो यह महामारी मूल्क के साथ पूरे विश्व से खत्म हो। इसके लिए खुसूसी दुआओं का इस्तेमाल हो और जो लोग दुनिया से जा चुके हैं उनके लिए मगफिरत की दुआएं हो। आज पूरा देश एकजुटता के साथ अखंडता के साथ इस महामारी कोरोनावायरस से लड़ रहा है। इसमें चाहिए कि हम सब एकजुट होकर सरकार के आदेशों का पालन करें। घर से बाहर ना निकले और घरों में रहते हुए अल्लाह की बड़ाई और उसका जिक्र करें और दुआएं मांगे। कुरान की तिलावत करें, नेक बनने की फिक्र करें, लोगों के भलाई के लिए काम करें। आज जरूरत है कि बहुत से रोजाना काम करके कमाने वाले मजदूर जो लॉक डाउन की वजह से परेशान हैं। उनकी मदद के लिए पूरा समाज आगे आए, हाथ बढ़ाएं और उनके हर संभव सहायता करें। आज जरूरत है समाज में सकारात्मक सोच के साथ एक दूसरे का सहयोग किया जाए। अच्छी बात, मोहब्बत से भरी हुई बात, प्रेम से लिप्त बात लोगों के सामने रखी जाए और हर कसम की नफरत को मिटाने की पूरी फिक्र की जाए। इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे आकर काम करने की बहुत आवश्यकता है।
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