ग्राम समाचार, भागलपुर। नवनिर्मित उत्कर्ष फाउंडेशन स्कूल के प्रांगण में मंगलवार से श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत उद्घाटन कार्य संपन्न हुआ। उद्घाटन से पूर्व सैकड़ों की संख्या में माताओं बहनों ने विद्यालय प्रांगण से यात्रा निकालकर बरारी पुल घाट पहुंची। जहां स्नान व जल भरकर कार्यक्रम स्थल पहुंची। जहां पर आज कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
नलखेड़ा मध्य प्रदेश से आए वर्षा नागर जी मंच उद्घाटन के बाद सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ विषय पर कथा वाचन प्रारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान आए हुए श्रद्धालुओं को मंच से संबोधित करते हुए दीपक सिंह ने कहा कि भागवत कथा का आयोजन करने का अवसर ईश्वर सबको नहीं देते हैं। विद्यालय प्रांगण के साथ-साथ आसपास के वातावरण को भक्ति की गंगा में डूबोने का काम यह श्रीमद भागवत कथा करेगी। वहीं उन्होंने कहा कि भागवत कथा के आयोजन व श्रवण दोनों मनुष्य के जीवन को सत मार्ग की ओर ले जाती है और यही हमारे सनातन संस्कृति की परंपरा भी है। इससे पूर्व मुख्य यजमान मनजीत सिंह एवं उनकी पत्नी लक्ष्मी सिंह ने पंडितों के माध्यम से मंच पर व्यास पूजन आदि का कार्य संपन्न किया। भागवत कथा का आयोजन पर चर्चा करते हुए संत सुश्री वर्षा नागर ने कहा कि कथा का आयोजक भागीरथ के समान और भागवत कथा गंगा के समान होता है। जिस प्रकार से गंगा को धरती पर लाया आयोजक कथा का आयोजन करते हैं और सभी श्रोता गण इस कथा रूपी गंगा में किस प्रकार से डुबकी लगाते हैं और कितना ग्रहण कर पाते हैं यह उन्हें तय करना होता है। दुनिया में सब कुछ पाना आसान है लेकिन भगवान का ध्यान करना, भागवत का श्रवण करना सबसे कठिन है। इसके लिए भगवान का कृपा होना आवश्यक है और ऐसे लोग भाग्यवान ही होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन भाजपा नेता रोशन सिंह कर रहे थे। जबकि इससे पूर्व व्यासपीठ पर विराजमान होने के बाद वर्षा नागर का पूर्व अध्यक्ष विनीता सिंह व दीपक सिंह ने माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनंदन किया। इस दौरान मुख्य रूप से पंकज सिन्हा, शांभवी सिन्हा, उमा शंकर, प्रिंस मंडल, राजीव मिश्रा, अशेशर मंडल, गोनेलाल मंडल, सज्जन मंडल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान बीच-बीच में कलाकारों ने '"दुनिया में देव हजारो हैं बजरंगबली का क्या कहना" आदि भजनों की प्रस्तुति दी।
नलखेड़ा मध्य प्रदेश से आए वर्षा नागर जी मंच उद्घाटन के बाद सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ विषय पर कथा वाचन प्रारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान आए हुए श्रद्धालुओं को मंच से संबोधित करते हुए दीपक सिंह ने कहा कि भागवत कथा का आयोजन करने का अवसर ईश्वर सबको नहीं देते हैं। विद्यालय प्रांगण के साथ-साथ आसपास के वातावरण को भक्ति की गंगा में डूबोने का काम यह श्रीमद भागवत कथा करेगी। वहीं उन्होंने कहा कि भागवत कथा के आयोजन व श्रवण दोनों मनुष्य के जीवन को सत मार्ग की ओर ले जाती है और यही हमारे सनातन संस्कृति की परंपरा भी है। इससे पूर्व मुख्य यजमान मनजीत सिंह एवं उनकी पत्नी लक्ष्मी सिंह ने पंडितों के माध्यम से मंच पर व्यास पूजन आदि का कार्य संपन्न किया। भागवत कथा का आयोजन पर चर्चा करते हुए संत सुश्री वर्षा नागर ने कहा कि कथा का आयोजक भागीरथ के समान और भागवत कथा गंगा के समान होता है। जिस प्रकार से गंगा को धरती पर लाया आयोजक कथा का आयोजन करते हैं और सभी श्रोता गण इस कथा रूपी गंगा में किस प्रकार से डुबकी लगाते हैं और कितना ग्रहण कर पाते हैं यह उन्हें तय करना होता है। दुनिया में सब कुछ पाना आसान है लेकिन भगवान का ध्यान करना, भागवत का श्रवण करना सबसे कठिन है। इसके लिए भगवान का कृपा होना आवश्यक है और ऐसे लोग भाग्यवान ही होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन भाजपा नेता रोशन सिंह कर रहे थे। जबकि इससे पूर्व व्यासपीठ पर विराजमान होने के बाद वर्षा नागर का पूर्व अध्यक्ष विनीता सिंह व दीपक सिंह ने माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनंदन किया। इस दौरान मुख्य रूप से पंकज सिन्हा, शांभवी सिन्हा, उमा शंकर, प्रिंस मंडल, राजीव मिश्रा, अशेशर मंडल, गोनेलाल मंडल, सज्जन मंडल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान बीच-बीच में कलाकारों ने '"दुनिया में देव हजारो हैं बजरंगबली का क्या कहना" आदि भजनों की प्रस्तुति दी।
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