ग्राम समाचार , गोड्डा।अगर किसी विशाल हृदय की आवश्यकता हो तो युवकों के हृदय टटोलो।अगर किसी आत्मत्यागी वीर की चाह हो तो युवकों से मांगो। रसिकता उसी के बांटे पड़ी है।भावुकता पर उसी का सिक्का है।वह छंदशास्त्र से अनभिज्ञ होने पर भी प्रतिभाशाली कवि है।वह रसों की परिभाषा नहीं जानता पर वह कविता का सच्चा मर्मज्ञ है। ईश्वरी रचना कौशल का उत्कृष्ट नमूना है युवक।विचित्र है उसका जीवन। अद्भुत है उसका साहस।अमोघ है उसका उत्साह।युवक ही संसार को अभय दान दे सकता है।
उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि रीतेश रंजन ने नेहरू युवा केंद्र की ओर से श्री साईं आईटीआई परिसर में प्रखंड स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम के दौरान कही।
कार्यक्रम के दौरान पप्पू ठाकुर, आस्तिक मिश्रा, ललिता जयसवाल, निर्मल केसरी एवं दीपक सिंह ने भी अपने विचारों को व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुकुंद कुमार,राजू कुमार,मनीष कुमार,आदित्य मंडल,उज्जवल कुमार,साक्षी कुमारी,पूजा,दीक्षा आदि दर्जनों युवा मौजूद थे।
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