इस अवसर पर जिला संयोजक डॉ सुमन ने बताया कि अपने जीवन के 35-40 वर्ष सरकार तथा समाज की सेवा में खपा देने वाले वर्ष-2004 के बाद के सरकारी कर्मचारियों तथा अधिकारियों के लिए पूर्व से चली आ रही पेंशन योजना को समाप्त कर शेयर बाजार पर आधारित नई पेंशन योजना लागू की गई है।
जिला सहसंयोजक मुरारी प्रसाद शर्मा ने कहा कि प्रारंभ में इस योजना को कर्मचारियों के हित में बताया जा रहा था परंतु आज जब इस योजना के अंतर्गत आने वाले कर्मी सेवानिवृत्त हो रहे हैं तो उनका मासिक पेंशन एक हजार से पंद्रह सौ रुपया मिल रहा है जो उनके महीने भर के बिजली बिल के बराबर भी नहीं है।
प्रखंड सह संयोजक रीतेश रंजन ने कहा कि इस नई पेंशन योजना के कारण कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं तथा अप्रत्यक्ष तौर पर सरकारी व्यवस्था में इस योजना से भ्रष्टाचार एवं पूंजीवाद को बढ़ावा मिल रहा है।
विधायक ने कहा कि आप सभी सरकारी कर्मियों के साथ गलत हो रहा है।आगामी बजट सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को मजबूती के साथ उठाऊंगी तथा पुरानी पेंशन योजना लागू कराने के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।
इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष कार्तिक प्रसाद वर्मा, जिला सहसंयोजक रोहित राय, सज्जाद आलम प्रखंड संयोजक गोड्डा, मन्नान प्रखंड संयोजक महागामा, कलीमुद्दीन, अब्दुस शकूर, गुरुदेव आदि दर्जनों सरकारी कर्मी उपस्थित थे।
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