Bhagalpur news:राज्यपाल ने किया टीएमबीयू में एकलव्य का उदघाटन, स्वस्थ्य शरीर और उत्तम चरित्र के लिए खेलकूद आवश्यक – चांसलर, अगले साल एकलव्य की मेजबानी पटना विश्वविद्यालय को


ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार राज्य अन्तर विश्वविद्यालय खेल - कूद प्रतियोगिता (एकलव्य) का उदघाटन गुरुवार को बिहार के महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति फागु चौहान ने किया। राज्यपाल दोपहर तकरीबन 12 बजे विश्वविद्यालय स्टेडियम स्थित कार्यक्रम स्थल पहुँचे। कुलाधिपति के गाड़ी से उतरते ही कुलपति डॉ ए. के. राय ने उनका स्वागत किया। एनसीसी कैडेटों ने कुलाधिपति को गॉड ऑफ ऑनर दिया। राज्यपाल के मंच पर आते ही उनके सम्मान में म्यूजिक की छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान की प्रस्तुति की गई। बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति फागु चौहान ने एकलव्य का उदघाटन करते हुए कहा कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में अब प्रत्येक वर्ष नियमित रूप से एकलव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने मंच से अपने संबोधन के अंत मे घोषणा किया कि अगली बार एकलव्य का आयोजन पटना विश्वविद्यालय में की जाएगी। चांसलर ने कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए वे तत्पर हैं। शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य न केवल किताबी ज्ञान अर्जित करना है बल्कि उसमें खेल - कूद, संगीत, ललितकला को भी समाहित करना है। यह मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए भी बेहद जरूरी है। शिक्षा का क्षेत्र बहुगामी हो। राज्यपाल ने केंद्र सरकार द्वारा पेश बजट में शिक्षा और स्किल डेवेलपमेंट के क्षेत्र में किये गए प्रावधान का भी अपने भाषण में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 99,300 करोड़ का बजट एजुकेशन के लिए दिया है। जो सराहनीय पहल है। कहा कि, कला, संस्कृति और क्रीड़ा का आयोजन नियमित रूप से होते रहना चाहिए। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय और टीएमबीयू ने आयोजन करके नजीर पेश की है। चांसलर फागु चौहान ने कहा कि शिक्षा और खेलकूद एक दूसरे के पूरक हैं। खेलकूद जीवन के लिए अनिवार्य है। खेल से विद्यार्थियों में अनुशासन, सहनशीलता और सद्गुण का विकास होता है। स्वस्थ्य शरीर और उत्तम चरित्र के लिए स्पोर्ट्स आवश्यक है। एकलव्य ने सफलता के जो मापदंड स्थापित किये हैं वह हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने खेल से जुड़े एक उक्ति का हवाला देते हुए कहा कि पहके यह धारण थी कि खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब....। अब यह धारणा पूरी तरह से बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि, खेलोगे कूदोगे, बनोगे नबाब। खिलाड़ी को खेल भावना और अनुशासन से लैश होना चाहिए। सभी एक न एक दिन एकलव्य जरूर बनें। इसके लिए ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करें। खेल के द्वारा लोग करोड़पति -अरबपति बन रहे हैं। कुलाधिपति ने एकलव्य के भव्य आयोजन के लिए टीएमबीयू के कुलपति सहित सभी शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मियों, विभिन्न विश्वविद्यालयों के टीमों के खिलाड़ियों, कोचों और मीडिया को बधाई दी । उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों से आह्वान किया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में समग्र दृष्टिकोण, नई ऊर्जा और स्फूर्ति के साथ राष्ट्र निर्माण में जी - जान से जुट जाएं। कुलाधिपति ने कहा कि बिहार में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए सरकार सजग और संजीदा है। नालन्दा में एक स्तरीय खेल स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। कुलाधिपति फागु चौहान ने मशाल जलाकर एकलव्य का शुभारंभ किया। चांसलर द्वारा जलाए गए मशाल को लेकर टीएमबीयू की एथलीट पार्वती सोरेन और मगध विश्वविद्यालय के एथलीट अर्जुन प्रजापति ने मैदान का चक्कर लगाया। तत्पश्चात उस मशाल को खेल मैदान में कार्यक्रम स्थल के सामने बने लैम्प पोस्ट में डालकर उसे प्रज्वलित किया। इसी के साथ चांसलर ने एकलव्य मिट के शुभारंभ की सहमति दी। टीएमबीयू की पिछले प्रतियोगिता की विनर पार्वती सोरेन और मगध विश्वविद्यालय बोधगया के पूर्व प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग के विजेता रहे अर्जुन प्रजापति ने सभी टीम के खिलाड़ियों को सामूहिक शपथ दिलाया। खिलाड़ियों को शपथ दिलाया गया कि पूर्ण अनुशासन के साथ भाग लेते हुए अपने सर्वश्रेष्ठ दक्षता का प्रदर्शन करूंगा। इस दौरान अपने खेल के नियमों का अक्षरशः पालन करूँगा। कुलाधिपति ने अपने भाषण में कहा कि एकलव्य का आयोजन हरेक साल नियमित रूप से किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। अगले साल एकलव्य के आयोजन की मेजबानी उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी को दी। मेजबानी मिलने पर मंच पर मौजूद पटना विश्वविद्यालय के वीसी डॉ रास बिहारी सिंह ने कुलाधिपति के प्रति आभार जताया। मौके पर कुलपति ने विश्वविद्यालय का कुल ध्वजारोहण किया। वहीं, कुलाधिपति ने एकलव्य का ध्वजारोहण किय। बिहार के सभी विश्वविद्यालयों की टीम ने कुलाधिपति के समक्ष मार्च पास्ट किया। मार्च पास्ट में एसएम कॉलेज की पचास से भी अधिक छात्राएं भारत माता के रूप में तिरंगा लेकर आगे चल रही थी। वहीं संत टेरेसा के छात्र बैंड की धुन पर साथ चल रहे थे। मार्च पास्ट में मगध विश्वविद्यालय की टीम सबसे आगे चल रही थी। उसके पीछे बीएन मण्डल विश्वविद्यालय मधेपुरा, बीआरबीए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, जेपी विश्वविद्यालय छपरा, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, मौलाना मजरुल हक अरबी - फारसी विश्वविद्यालय पटना, मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर, पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय पटना, पटना विश्वविद्यालय पटना, पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा और सबसे अंतिम में मेजबान तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की टीम चल रही थी। उसके पीछे संत जोसफ स्कूल के छात्र बैंड लेकर मार्च पास्ट में शामिल थे। किलकारी भागलपुर के बच्चों ने अमर शहीद तिलकामांझी की शहादत से जुड़े आकर्षक झाँकी की प्रस्तुति दी। जिसे सभी ने सराहा। सभी विश्वविद्यालयों के मार्च पास्ट तकरीबन आधा घंटा तक चला। कुलाधिपति फागु चौहान ने मार्च पास्ट की प्रशंसा की। चार दिनों तक चलने वाले एकलव्य प्रतियोगिता के उदघाटन समारोह में स्वागत भाषण टीएमबीयू के कुलपति डॉ अवध किशोर राय ने दिया। कुलपति ने महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति को अंग वस्त्र, पुष्प गुच्छ, प्रतीक चिन्ह, मंजूषा पेंटिंग और तिलकामांझी का मोमेंटों भेंट कर स्वागत किया। कुलपति डॉ अवध किशोर राय ने स्वागत संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय में दूसरी बार एकलव्य का आयोजन होना गौरव और हर्ष की बात है। उन्होंने कहा कि महामहिम के कुशल नेतृत्व में बिहार के विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा की स्थिति बेहतर हुई है। महामहिम की गरिमामयी उपस्थिति से एकलव्य कार्यक्रम की गरिमा और प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों में उच्च मानवीय गुणों का विकास करने और चरित्र निर्माण के प्रति तत्पर है। पढ़ाई के साथ - साथ अनुशासन, राष्ट्र प्रेम, नियमों का पालन जरूरी है। कुलपति ने कहा कि खेलकूद के माध्यम से स्वस्थ समाज और राष्ट्र का निर्माण होता है। टीएमबीयू के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा रहे हैं। 23 फरवरी 2003 को विश्वविद्यालय में खेल दीक्षांत का सफल आयोजन भी हो चुका है। टेबुल टेनिस एवं शतरंज में राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन टीएमबीयू में हुआ था। बारह वर्ष बाद पुनः टीएमबीयू को एकलव्य की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। जिसके लिए महामहिम बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि एकलव्य में चौदह विश्वविद्यालयों की टीम भाग ले रही है। जिसमें लगभग तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीएमबीयू स्किल डेवेलपमेंट के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा चुकी है। प्रतिकुलपति डॉ रामयतन प्रसाद ने राजपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को बुके और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। डीएसडब्लू डॉ योगेन्द्र ने भागलपुर की प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी को और एकलव्य के आयोजन सचिव डॉ सदानंद झा ने टीएमबीयू के कुलपति का स्वागत किया वहीं डॉ मिथिलेश तिवारी ने प्रोवीसी का स्वागत किया। मंच संचालन डॉ रूमा सिन्हा, डॉ मनोज कुमार और किशन कालजयी संयुक्त रूप से कर रहे थे। धन्यवाद ज्ञापन टीएमबीयू के प्रतिकुलपति डॉ रामयतन प्रसाद ने किया उदघाटन समारोह में पटना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ रास बिहारी सिंह, मौलाना मजरुल हक अरबी - फारसी विश्वविद्यालय पटना के कुलपति सहित मुंगेर विश्वविद्यालय के वीसी डॉ रंजीत कुमार वर्मा, एमयू मुंगेर की प्रोवीसी डॉ कुसुम कुमारी, प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किन्नी, टीएमबीयू के डीएसडब्लू डॉ योगेन्द्र, कुलसचिव कर्नल अरुण कुमार सिंह, एफए पद्मकान्त झा, एफओ, कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ सरोज कुमार राय, एसएम कॉलेज की प्राचार्या डॉ अर्चना ठाकुर, मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ गुरुदेव पोद्दार, मुरारका कॉलेज सुल्तानगंज के प्राचार्य डॉ अमरकांत सिंह, डॉ तपन कुमार घोष, एकलव्य के आयोजन सचिव डॉ सदानंद झा, पीआरओ डॉ एसडी झा, भागलपुर प्रक्षेत्र के डीआईजी, डीएम, एसएसपी, सिटी, एसपी, एसडीएम, डीएसपी सहित कई प्रशासनिक आलाधिकारी मौजूद रहे।
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Editor - Bijay shankar

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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