जांच के दौरान फबिन एल्विस ने कालाजार रोगियों के रहन-सहन खानपान अगल-वगल का परिवेश एक गहन जानकारी ली।उन्होंने रोगियों और गांव के लोगों को बताया कि कालाजार से कैसे बचाव किया जाए।बताया कि अगल-बगल पानी का जमाव नहीं होने दीजिए।सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। इस दौरान कालाजार का क्षेत्र में फैलने के कारणों की अधिकारियों ने समीक्षा की। फबिन एल्विस ने कालाजार के रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यों की भी पदाधिकारियों से समीक्षा की।
बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन कालाजार को गंभीरता से ले रहा है।फबिन एल्विस के सात जिला से आए डॉ परमानंद दर्बे,डॉ इकबाल,पथरगामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ रविंद्र कुमार पासवान,डॉ माधव झा,डाॅ प्रिंस कुमार,केबीसी अमरेंद्र झा,केडीएस राम विलास पंडित,एसआइ संजय कुमार, कौशल चौधरी,प्रधान सहायक प्रदीप सिंह,बहुउद्देशीय कार्यकर्ता प्रशांत कुमार,शंभू कुमार सहित क्षेत्र की सेविका, सहिया साथी,पोषण सखी आदि शामिल थे।
- ग्राम समाचार पथरगामा ।
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