ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- उपायुक्त भोर सिंह यादव, उप विकास आयुक्त अंजलि यादव, अपर समाहर्ता जुल्फिकार अली, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कलानाथ के द्वारा संयुक्त रुप से समाहरणालय परिसर से डायन प्रथा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ गांवों में घूम-घूम कर लोगों को जागरूक करेगा।इस अवसर पर उपायुक्त भोर सिंह यादव ने कहा कि डायन प्रथा समाज के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि डायन बिसाही एक ऐसी कुप्रथा है जिसपर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। इसके लिए बड़े पैमाने पर सामाजिक जागरूकता जरूरी है। डायन प्रथा जैसी कुरीतियां ना केवल महिलाओं को बल्कि समाज को भी नकारात्मक विचारधारा से ग्रसित करती हैं। अंधविश्वास के कारण उत्पन्न इन कुरीतियों से महिलाओं को प्रताड़ित करना अपराध है। डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा के कारण आज समाज के गरीब तथा असहाय महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। महिलाओं को इसके नाम पर प्रताड़ित किया जाता है। हत्याएं भी कर दी जाती हैं। यह पूरी तरह से अंधविश्वास है। डायन-भूत जैसी कोई चीज नहीं है। सभ्य समाज में इस तरह की कुप्रथा का कोई स्थान नहीं है। डायन- बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ के माध्यम से आम लोगों को डायन एवं उससे संबंधित कुप्रथाओं के प्रति जागरूक किया जायेगा। डायन बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ के माध्यम से जिले के विभिन्न प्रखंडों एवं सुदूरवर्ती गोवों में डायन कुप्रथा के कुप्रभावों के विषय में लोगों को जागरूक किया जाएगा। मौके पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका अन्य उपस्थित थे।
Godda News: डायन प्रथा जागरूकता रथ रवाना
ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- उपायुक्त भोर सिंह यादव, उप विकास आयुक्त अंजलि यादव, अपर समाहर्ता जुल्फिकार अली, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कलानाथ के द्वारा संयुक्त रुप से समाहरणालय परिसर से डायन प्रथा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ गांवों में घूम-घूम कर लोगों को जागरूक करेगा।इस अवसर पर उपायुक्त भोर सिंह यादव ने कहा कि डायन प्रथा समाज के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि डायन बिसाही एक ऐसी कुप्रथा है जिसपर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। इसके लिए बड़े पैमाने पर सामाजिक जागरूकता जरूरी है। डायन प्रथा जैसी कुरीतियां ना केवल महिलाओं को बल्कि समाज को भी नकारात्मक विचारधारा से ग्रसित करती हैं। अंधविश्वास के कारण उत्पन्न इन कुरीतियों से महिलाओं को प्रताड़ित करना अपराध है। डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा के कारण आज समाज के गरीब तथा असहाय महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। महिलाओं को इसके नाम पर प्रताड़ित किया जाता है। हत्याएं भी कर दी जाती हैं। यह पूरी तरह से अंधविश्वास है। डायन-भूत जैसी कोई चीज नहीं है। सभ्य समाज में इस तरह की कुप्रथा का कोई स्थान नहीं है। डायन- बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ के माध्यम से आम लोगों को डायन एवं उससे संबंधित कुप्रथाओं के प्रति जागरूक किया जायेगा। डायन बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ के माध्यम से जिले के विभिन्न प्रखंडों एवं सुदूरवर्ती गोवों में डायन कुप्रथा के कुप्रभावों के विषय में लोगों को जागरूक किया जाएगा। मौके पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका अन्य उपस्थित थे।
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