राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर रेवाड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बॉयज में कार्यक्रम का आयोजन। वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत राष्ट्रीय एकता अखण्डता का प्रतीक :: मनोज वशिष्ठ
रेवाड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (बाल) प्रांगण में प्राचार्या डॉ. नम्रता सचदेवा की अध्यक्षता में बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित वन्दे मातरम के 150 वर्षीय जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी रेवाड़ी राजेश वर्मा एवं विशिष्ट अतिथि पार्षद गिरीश भारद्वाज रहे।कार्यक्रम संयोजक शिक्षाविद मनोज वशिष्ठ ने कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। सभी उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और अतिथियों ने वन्दे मातरम के पूर्ण संस्करण का सामूहिक गान किया।
प्राचार्या डॉ. नम्रता सचदेवा ने वन्दे मातरम के ऐतिहासिक महत्व और आज के युवा पीढ़ी में राष्ट्रीय भावना को जागृत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय गीत भारत के जन जन का गौरव है।इस गीत ने हमारे क्रांतिकारियों में जोश भरकर उनको अपना पराक्रम दिखाने को प्रेरित किया।खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री राजेश वर्मा ने शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय गीत के प्रचार‑प्रसार के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। पार्षद गिरीश भारद्वाज ने स्थानीय स्तर पर नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने हेतु अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम संयोजक शिक्षाविद मनोज वशिष्ठ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस चार चरणों में वर्ष भर चलने वाले समारोहों के माध्यम से युवाओं में देशभक्ति की भावना को मजबूत किया जाएगा। आज का यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्वाधीनता संग्राम की गाथा को पुनः स्मरण कराता है। हम सभी को इस ऐतिहासिक क्षण में भाग लेकर वंदे मातरम की ध्वनि से अपने दिलों को जोड़ने का आह्वान करते हैं।
वन्दे मातरम की 150 वर्षीय जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता, स्वाधीनता के संघर्ष और सांस्कृतिक गौरव को पुनः जागृत करना तथा युवाओं में देशभक्ति की भावना को दृढ़ करना। इस कार्यक्रम में सभी छात्रों एवं स्टाफ सदस्यों ने बढ़चढकर भाग लिया और राष्ट्रीय गीत के प्रति अपनी आस्था प्रकट की।


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