रेवाड़ी में द हरियाणा अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक परिषद ने आज महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में वाल्मीकि चौक पर कार्यक्रम आयोजित किया, जिसकी अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष खुशीराम शर्मा ने की। उन्होंने भगवान वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। वहीं संस्था के पदाधिकारियों ने भी अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
खुशीराम शर्मा ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि को संस्कृत महाकाव्य 'रामायण' का रचयिता माना जाता है, जिन्हें आदि कवि (प्रथम कवि) भी कहा जाता है। उनका जन्म आश्विन मास की पूर्णिमा को वाल्मीकि जयंति के रूप में मनाया जाता है। महर्षि वाल्मीकि के आदेश, मानवता, मर्यादा और सत्य के संदेश आदि की प्रेरणा देते है। महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम के जीवन गाथा को रामायण के रूप में प्रस्तुत किया। जो आज भी प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने रामायण के माध्यम से सेवा, समरता और करूणा के मूल्य को समाज तक पहुँचाया। इस मौके पर शहरी प्रधान रणजीत सिंह बागोरिया, भगवानदास चौहान, लीलाराम सोनी, जयकिशन गेरा, दुर्गा प्रसाद सैनी, कैलाश सोनी, लच्छी, रोकी सैनी, डॉ. खेम सोनी, बब्बू सहगल, वासुदेव शर्मा, ललित अग्रवाल, देवेन्द्र गोयल व प्रदीप मिस्त्री आदि मौजूद रहे।

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