Rewari News :: अंतर्राष्ट्रीय स्व-देखभाल दिवस का आत्मसात नितांत आवश्यक :: मनोज वशिष्ठ

इंटरनेशनल सेल्फ-केयर फ़ाउंडेशन ब्रिटेन में स्थित एक वैश्विक दृष्टिकोण वाली चैरिटी संस्था की स्थापना 24 जुलाई 2011 में की गई। ख्याल किया गया कि एक स्वस्थ समाज की शुरुआत तब होती है जब हर व्यक्ति सबसे पहले अपनी देखभाल करता हो।



अतः *"अंतर्राष्ट्रीय स्व-देखभाल दिवस"* के शुभावसर पर शिक्षाविद मनोज वशिष्ठ ने लोगों में जागृति उत्पन्न करने के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए बताया कि हर साल 24 जुलाई को अच्छी स्वास्थ्य देखभाल के एक महत्वपूर्ण आधार के रूप में स्व-देखभाल को बढ़ावा देने के लिए मनाते हैं। यह दिन सम्पूर्ण विश्व के लोगों को स्व-देखभाल को प्राथमिकता देने और इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाने की याद दिलाता है।जब आप स्वस्थ रहने के लिए अपना ध्यान रखते हैं, तो आप आत्म-देखभाल का अभ्यास कर रहे होते हैं। स्वस्थ रहने में अपने पूरे व्यक्तित्व का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक एवं आध्यात्मिक रूप से ध्यान रखना शामिल है ।स्व-देखभाल दिवस एक अवसर है, जहां हम अपनी देखभाल के साथ-साथ दूसरों में देखभाल संबंधी जागरूकता बढ़ा सकते हैं। 

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1950 के दशक में स्व-देखभाल का विचार सामने आया। नागरिक अधिकार आंदोलन से लेकर चिकित्सा समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य की प्रगति और शीत युद्ध के अंत तक, स्व-देखभाल का विचार लोकप्रिय हुआ।

स्व-देखभाल के दो भाग हैं :- पहला स्व-देखभाल कार्य और दूसरा स्व-देखभाल हस्तक्षेप।

स्व-देखभाल के कार्य:-

इसमें हमारी आदतें, अभ्यास और जीवनशैली विकल्प हैं अर्थात ऐसी चीजें जो हम स्वयं की देखभाल करने और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने के लिए कर सकते हैं।

नियमित शारीरिक गतिविधि हमारे दिल, दिमाग और शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है। यह गतिविधि अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद करने के साथ साथ सोचने, सीखने और निर्णय लेने में भी मदद करती है।साबुत अनाज, मेवे, ढेर सारे फल,सब्ज़ियां,दाल और बीन्स जैसी फलियों सहित विभिन्न प्रकार के स्वस्थ आहार खाने चाहिए।अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमारे पूरे स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए जरूरी है। ऐसी चीजें जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मदद करती हैं, उनमें एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना, प्रकृति के साथ समय बिताना, परिवार और दोस्तों से बात करना, रात को अच्छी नींद लेना, तनाव का प्रबंधन करना और 'भारी खतरों' वाली स्थितियों को सीमित करना, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात करना और जरूरत पड़ने पर मदद मांगना शामिल है। 

स्व-देखभाल हस्तक्षेप:- ये साक्ष्य-आधारित उपकरण हैं जो स्व-देखभाल का समर्थन करते हैं। इनमें गुणवत्तापूर्ण दवाइयां, उपकरण, जांच और डिजिटल उपकरण शामिल हैं। 

चूंकि अंतरराष्ट्रीय स्व देखभाल दिवस का आत्मसात नितांत आवश्यक है अतः इस दिवस के अलावा वर्ष के शेष समय में आत्म-देखभाल के तरीकों की एक सूची बनाएं।स्व-देखभाल के अनेक लाभों के बारे में अधिक जानें।अपनी आत्म-देखभाल यात्रा में मार्गदर्शन के लिए कोई पुस्तक पढ़ें:-जैसे मैट हैग द्वारा लिखित द कम्फर्ट बुक, शैनन कैसर द्वारा लिखित द सेल्फ-लव एक्सपेरिमेंट।

आत्म-देखभाल के कुछ और पहलू भी हैं जिन पर कुछ लोग ध्यान देते हैं। उदाहरण के लिए, वित्तीय आत्म-देखभाल में समय पर बिल चुकाना और बचत में पैसा लगाना शामिल है। सोशल मीडिया पर बिताए समय पर नज़र रखना और अपने घर की अव्यवस्था को दूर करना, पर्यावरणीय आत्म-देखभाल में शामिल हैं। स्व-देखभाल के उदाहरण हैं - नियमित नींद की दिनचर्या अपनाना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, एक चिंतनशील पत्रिका रखना, कृतज्ञता का अभ्यास करना, आरामदायक संगीत सुनना, एक अच्छी किताब पढ़ना, ना कहना सीखना, आवश्यकता पड़ने पर सहायता मांगना भी शामिल है।

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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरियाणा)

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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