महागामा (गोड्डा) - ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की राजमहल परियोजना के तहत महागामा के उर्जनगर में निर्मित इको पार्क इन दिनों बदहाली का शिकार होता नजर आ रहा है। कभी स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और मनोरंजन के लिए बनाए गए इस पार्क की स्थिति अब चिंताजनक हो गई है।
पार्क में पहले आधा दर्जन से अधिक खरगोश थे, लेकिन अब उनमें से सिर्फ एक ही जीवित बचा है। जानवरों की देखरेख में लापरवाही और उचित प्रबंधन के अभाव में उनकी संख्या लगातार घटती जा रही है। इससे पार्क की जैव विविधता भी प्रभावित हो रही है।
घास की कटाई से पार्क की सुंदरता खतरे में
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि पार्क में नियुक्त गार्ड की मिलीभगत से ही घास की अवैध कटाई और संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो पार्क अपने मूल उद्देश्य-जनस्वास्थ्य, मनोरंजन और जैव विविधता संरक्षण-को पूरा करने में विफल रह सकता है।
प्रबंधन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने राजमहल परियोजना प्रबंधन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि पार्क की देखरेख सही ढंग से हो सके और इसके संसाधनों का संरक्षण किया जा सके। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह पार्क, जो कभी क्षेत्र की शान हुआ करता था, पूरी तरह से बदहाल हो जाएगा।
ईसीएल प्रबंधन को चाहिए कि वह पार्क की सुरक्षा, जानवरों की देखभाल और घास की अवैध कटाई पर सख्ती से रोक लगाए, ताकि उर्जनगर इको पार्क अपने उद्देश्य को सफलतापूर्वक पूरा कर सके और स्थानीय लोगों के लिए एक सुरक्षित, स्वच्छ और सुंदर स्थान बना रहे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें