नई दिल्ली स्थित लघु उद्योग भारती मुख्यालय में आज स्वदेशी जागरण मंच एवं लघु उद्योग भारती की राष्ट्रीय आर्थिक समूह बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में देशभर से आए अनेक क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भाग लिया, उन्हें सम्मानित किया गया और उन्होंने भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के विविध विषयों पर अपने विचार रखे। बैठक की संयुक्त अध्यक्षता स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन और लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय महासचिव श्री ओमप्रकाश गुप्ता ने की।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता माननीय डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की नींव लघु उद्योगों और स्वदेशी उद्यमिता पर टिकी है। उन्होंने कहा कि “जो देश अपनी उत्पादन प्रणाली को स्वयं नियंत्रित नहीं करता, वह आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में आगे नहीं बढ़ सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि नई तकनीकों को अपनाने से उद्योगों को गति मिलेगी और देश में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
बैठक में लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग, इथेनॉल ईंधन नीति, शून्य उत्सर्जन मॉडल, जल शोधन, CSIR से तकनीकी अधिग्रहण, इंडस्ट्री 4.0 और धातु रीसाइक्लिंग जैसे विषयों पर गहन विमर्श हुआ। इस दौरान दक्षिण हरियाणा के जिला अध्यक्ष श्री संजय डाटा ने लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग पर विशेष चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ लिथियम आयन बैटरियों की खपत तेज़ी से बढ़ रही है। ऐसे में प्रयुक्त बैटरियों का वैज्ञानिक और पर्यावरण-सम्मत रीसाइक्लिंग न केवल मूल्यवान धातुओं की पुनः प्राप्ति का माध्यम बनेगा, बल्कि यह देश की रणनीतिक ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक निर्णायक कदम होगा। बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि स्वदेशी विचार, नवीन तकनीक और लघु उद्योगों के समन्वय से ही भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक आर्थिक शक्ति बनाया जा सकता है।
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