मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारका ने 29 वर्षीय महिला के स्टेज फोर स्कैल्प कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया। कैंसर पीड़ित मरीज ने अस्पताल और चिकित्सकों का आभार जताया।
रेवाड़ी में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारका की ओर से स्टेज फोर स्कैल्प कैंसर से जूझ रही 29 वर्षीय एक महिला मरीज नीतु यादव का सफल इलाज करने में कामयाबी हासिल की है। इस जटिल मामले का नेतृत्व मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, द्वारका के हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर और यूनिट हेड डॉ. शिल्पी शर्मा ने किया। बुधवार को अस्पताल प्रबंधन की ओर से किंग क्लब होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से इसकी जानकारी दी गई। वहीं कैंसर से पीड़ित महिला नीतू ने सफल इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों का आभार जताया।
डॉक्टर्स के मुताबिक जब नीतु को अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो उनकी खोपड़ी पर बार-बार उभरने वाला ट्यूमर था, जिसे पहले भी कई स्थानीय अस्पतालों में इलाज के प्रयासों के बावजूद पूरी तरह से हटाया नहीं जा सका था। चिकित्सकीय जांच में सिर की हड्डी पर एक कठोर सूजन और पूर्व की सर्जरी के निशान दिखाई दिए। एमआरआई स्कैन में पता चला कि ट्यूमर ने सिर की हड्डी को क्षति पहुंचाई है और इसे हेड एंड नेक कैंसर के रूप में निदान किया गया। ट्यूमर की एडवांस्ड स्टेज और इसकी मस्तिष्क की झिल्ली (ड्यूरा) के करीब मौजूदगी को देखते हुए, एक मल्टी डिसिप्लिनरी टीम ने इस जटिल केस के लिए विस्तृत सर्जिकल योजना बनाई।
इस बारे में जानकारी देते हुए मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, द्वारका के हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर और यूनिट हेड डॉ. शिल्पी शर्मा ने कहा, “नीतु पिछले दस महीनों से सिर पर सूजन की समस्या से जूझ रही थीं। जब वह मैक्स हॉस्पिटल द्वारका आईं, तब उनकी विस्तृत जांच की गई, जिसमें सिर और गर्दन का कैंसर सामने आया। ट्यूमर ने हड्डी को क्षति पहुंचाई थी और यह ड्यूरा के काफी करीब था। ऑपरेशन के दौरान हमने कैंसरग्रस्त टिशूस को सावधानीपूर्वक हटाया, प्रभावित खोपड़ी के हिस्से का पुनर्निर्माण किया और प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से त्वचा को पुनः ठीक किया गया। सर्जरी के सातवें दिन उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उन्हें एडजुवेंट रेडियोथेरेपी की सलाह दी गई और वर्तमान में नीतु सामान्य जीवन में लौट चुकी हैं और स्वस्थ हैं।”
डॉ. शिल्पी ने आगे कहा, “हेड एंड नेक कैंसर अक्सर बिना लक्षणों के उभरता है, लेकिन समय रहते पहचान लेना इलाज में बड़ा फर्क ला सकता है। लक्षणों के बिगड़ने का इंतजार न करे नियमित जांच कराएं और अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। समय पर निदान ही सफल इलाज की कुंजी है।”
यह मामला दर्शाता है कि समय रहते निदान, टीम-आधारित उपचार योजना और मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, द्वारका की उन्नत क्षमताएं दुर्लभ और जटिल कैंसर मामलों को भी सफलतापूर्वक संभालने में सक्षम हैं।
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