चंडीगढ़: हरियाणा सरकार केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद चरखी दादरी के बाढड़ा में अपना पहला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) स्थापित करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को इस पहल को सुविधाजनक बनाने के लिए आवश्यक भूमि का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसमें राज्य के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया गया है।
इस IIT की स्थापना हरियाणा में शैक्षिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जिसमें पहले से ही सोनीपत में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) मौजूद है। नए IIT का उद्देश्य छात्रों को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में करियर के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है, जिससे इन क्षेत्रों में राज्य के विकास में योगदान हो सके।
हरियाणा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कैंपस स्थान सुरक्षित करने के लिए सक्रिय रूप से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जो इस शैक्षणिक प्रतिष्ठान के राजनीतिक महत्व को उजागर करता है।
मुख्य बिंदु:
- स्थान: बाढड़ा, चरखी दादरी
- उद्देश्य: राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी शिक्षा प्रदान करना
- वर्तमान शैक्षिक अवसंरचना: सोनीपत में IIIT
- राजनीतिक महत्व: भाजपा सांसदों के बीच प्रतिस्पर्धा
- मुख्यमंत्री का निर्देश: भूमि प्रस्ताव तैयार करना
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, "यह IIT हरियाणा के युवाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह संस्थान हमारे युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
इस IIT की स्थापना से हरियाणा के युवाओं को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे। इससे राज्य में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
यह परियोजना हरियाणा के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी।
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