स्वराज इंडिया पार्टी के घटक जय किसान आन्दोलन की रेवाड़ी टीम ने ओला वृष्टि से हुए नुकसान को जानने के लिए जिले के खेडी मोतला, बोलनी व मुकन्दपुर बसई आदि गांवों का दोरा कर पीड़ित किसानो का धरातल पर हाल जाना व सरकार से नुकसान का आकलन करवा मुआवजा दिए जाने की मांग की।
जय किसान आन्दोलन रेवाड़ी इकाई के वरिष्ठ कार्यकर्ता पूर्व सरपंच जगमाल सिंह लोधाना ने बताया कि जिले के खेडी मोतला, बोलनी व मुकन्दपुर बसई आदि गांवों का दोरा कर के यह पाया की किसानों की सरसों की फसल 100 प्रतिशत खत्म हो गई है सभी किसान मानसिक पीड़ा व अवसाद में है | किसानो ने यह भी बताया कि ओला वृष्टि से प्रभावित गांवों में कोई भी अधिकारी अभी तक सर्वे के लिए नहीं आया है | जिसका किसानों में गुस्सा है। एक किसान ने यह भी बताया कि 27 दिसम्बर से सिचाई के लिए बिजली की व्यवस्था भी बाधित है। कुल मिलाकर किसान अवसाद में है ओर सरकार से तुरन्त भरपाई की अपेक्षा कर रहा है।
जय किसान आन्दोलन रेवाड़ी इकाई की टीम ने दिनांक 02 जनवरी को भी मुख्यमंत्री के नाम DDPO नरेन्द्र कुमार को ज्ञापन दिया था ओर मांग की थी कि ओला वृष्टि से प्रभावित गांवों के किसानों को तुरन्त मुआवजा दिया जाए।
इस मोके पर ग्राम खेडी मोतला से नन्दलाल, भूप सिंह, हरिराम, मोहनलाल, सुभाषचंद्र, ग्राम बोलनी से राजेश कुमार, सुरेन्द्र नम्बरदार, राज गोपाल, राकेश कुमार, ग्राम मुकन्दपुर बसई से जय पाल, अनूप सिंह, अर्जुन सिंह, राज सिंह व जय किसान आन्दोलन टीम से पूर्व सरपंच जगमाल सिंह लोधाना, लक्ष्मण सिंह जांगिड रेवाड़ी, सतपाल चौधरी मिलकपुर, सुरेन्द्र सिंह बोलनी, रतन सिंह गढ़ी आदि मोजूद रहे।
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