भारतीय किसान यूनियन संगठन ने एक बार फिर धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी की चेतावनी दी है। यूनियन के नेताओं ने 25 जुलाई को तहसीलदार के दफ्तर के ताला लगाएंगे। सरकार व प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बार याचना नहीं रण होगा जीवन या मरण होगा। इस मौके पर समय सिंह प्रधान ने कहा कि अधिकारियों के साथ मीटिंग से कोई समाधान नहीं निकला है और यूनियन डीसी साहब को भी ज्ञापन दे चुकी है वह अन्य अधिकारियों से भी काफी बार मिल चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। इसलिए राष्ट्रीय प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को 5 तारीख को रेवाड़ी बुलाया प्रशासन विभाग अधिकारियों को चेतावनी दी उन्हें दो-तीन दिन का समाधान के लिए टाइम लिया उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
पिछले दिनों घासेड़ा, किशनगढ़, राजपुरा, गोकलपुर नयागांव, डोहकी, बीकानेर के आसपास के गांव में इतनी भयंकर और आवर्ती हुई थी 100% नुकसान था तहसीलदार अन्य टीम मौके पर गई गिरधारी कार्रवाई भारतीय किसान यूनियन साथी अधिकारियों ने सरकार ने मान्य की भाई 75% से 100% तक नुकसान है उन्होंने कहा कि मैं पोर्टल पर करवाओ यह सरकार पोर्टल की है हम मांग करते हैं सरकार से गिरदावरी अपने करवाई थी नुकसान तो हुआ है यह अधिकारियों ने मान्य है उसके हिसाब से किसानों के खाते में पैसा डाल दिया जाना चाहिए। भावांतर के पैसे नहीं डाले तो भारतीय किसान आंदोलन एक बड़ा फैसला लेगी और तहसीलदार के दफ्तर के ताला लगा देगी फिर चाहे प्रशासन भाइयों को जेल में भेजो या गोली मारो हम डरने वाले नहीं है। इस मौके पर कई किसान नेता वेद फोगाट, सुभाष चंद्र नंबरदार, राज सिंह ढिल्लों ओपी यादव, सुरेंद्र नील मिस्त्री, श्याम सुंदर थानेदार, चुन्नीलाल व अन्य किसान मौजूद रहे।
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