Bihar News: अनिल कुमार मुखर्जी दा के नाम पर सम्मान पाना मेरे लिए गौरव की बात है : राजेश राजा

ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बिहार। कालिदास रंगालय में,बिहार आर्ट थियेटर द्वारा आयोजित, 108 वीं अनिल कुमार मुखर्जी जयंती, सह 33 वां  पटना थिएटर फेस्टिवल 2024,के अन्तर्गत,  सात दिवसीय थिएटर नाट्योत्सव का उद्घाटन,कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के मंत्री जितेन्द्र राय के द्वारा, दीप प्रज्जवलन कर किया गया. कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के मंत्री जितेन्द्र राय के हाथों, रंगकर्मी राजेश राजा एवं अर्चना सोनी को, अनिल मुखर्जी शिखर सम्मान 2024, से सम्मानित किया गया।रंगकर्मी राजेश राजा को यह सम्मान, पटना रंगमंच में, लगभग 32 वर्षों से रंगकर्म के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु दिया गया, इन्होंने लगभग पचास नाटकों में अभिनय एवं निर्देशन किया है।राजेश राजा ने इस सम्मान को ग्रहण करते हुए कहा की, अनिल 

मुखर्जी दा के नाम पर सम्मान पाना मेरे लिए गौरव की बात है, इस सम्मान ने रंगमंच के क्षेत्र में, मेरी जिम्मेदारीयां बढ़ा दी हैं, |13 जून 1970 को एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्में राजेश राजा को,पटना रंगमंच के लिए, परिचय के चौखटे में बांधा नहीं जा सकता।वस्तुतः अभिनय और निर्देशन के जरिये आप विगत 32 सालों से रंगमंच में राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा रहें हैं।उन्हें देश के प्रतिष्ठित निर्देशकों और अभिनेताओं के साथ काम करने का अनुभव प्राप्त है।रंगमंच के अलावा, सिनेमा, सिरियल और वेब सिरीज़ में भी राजेश राजा ने अभिनय से अपनी पहचान बनायी हुई है।इस सम्मान के लिए राजेश राजा ने, अपने माता पिता, गुरूजनों, सम्मान चयन समिति, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ निहोरा प्रसाद यादव, बिहार आर्ट थिएटर के सचिव कुमार अभिषेक रंजन का आभार प्रकट किया।इस सात दिवसीय नाट्योत्सव के प्रथम दिन अनिल कुमार मुखर्जी लिखित एवं सुमन कुमार द्वारा निर्देशित, बिहार आर्ट थिएटर की प्रस्तुति "हम जीना चाहतें हैं" का मंचन किया गया।

कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।

Share on Google Plus

Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार का संवाददाता बनने के लिए यहां क्लिक करें

- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें