ग्राम समाचार,चांदन,बांका। बिहार दलित विकास समिति एवं दलित मुक्ति मिशन के द्वारा गठित महिला संगठन साबित्री बाई माता समिति के नेतृत्व में बुधवार 20 सितंबर को चांदन प्रखंड अंतर्गत कुसुमजोरी पंचायत के विभिन्न गाँव कुसुमजोरी, दहगिलवा, कुरुमताड़ आदि गांव में पोषण मेला एवं साफ-सफाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर गाँव के महिला-पुरूष, युवा एवं बचें सभी लोग शामिल हुए और पोषण, स्वास्थ्य एवं साफ-सफाई के महत्व को न केवल समझने का प्रयास किया, बल्कि अपने इर्द-गिर्द गंदगी को साफ किया तथा संतुलित आहार के संदर्भ में दी गई जानकारी के आधार पर पोषक तत्व युक्त विभिन्न प्रकार के फल, साग-सब्जी, दाल को अपने भोजन में शामिल करने का संकल्प लिया। मेला में पोषक तत्व युक्त फल, सब्जी, दाल, मशरूम, पनीर आदि का प्रदर्शन कर शरीर को ऊर्जावान बनाये रखने के लिए जागरूक किया गया। इस अवसर पर दलित मुक्ति मिशन के अध्यक्ष सह निदेशक महेंद्र कुमार ने बताया कि गरीबी से ज्यादा जानकारी के अभाव में लोग कुपोषण के शिकार
हो रहे हैं उदाहरण के लिए आज मांस खाना लोग ज्यादा पसंद करते हैं, जबकि उससे ज्यादा पोषकतत्व युक्त मशरूम, पनीर, मावा, खोवा, हरि पत्तेदार साग-सब्जी, अड़हर, मूंग, उरद के दाल और सलाद को भोजन में शामिल करना होता है, जिसका सेवन हमलोग नहीं के बराबर करते हैं। यह कहना कि गरीब लोग पैसे के अभाव में नहीं खा पाते हैं यह गलत है दूध, फल, सब्जी मुर्गा-मछली,मटन से ज्यादा महंगा नहीं होता है। स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार जरूरी है। इसी उद्देश्य से मार्च 2008, राजस्थान में माननीय प्रधानमंत्री मंत्री मोदी जी पोषण माह की घोषणा की थी। इस तरह लोगों में जागरूकता लाने के लिए संस्था विशेषकर दलित-आदिवासी समुदाय के लिये प्रयासरत है। इस अवसर पर कुसुमजोरी के चांदनी कुमारी, कुसमी देवी, रेखा देवी, बलराम कुमार, दहगिलवा में रूबी देवी, सुरेंद्र दास के साथ महिला कार्यकत्ता सुनीता देवी, अम्बेडकर प्रेरणा दल के उत्प्रेरक महालाल बेसरा, अम्बेडकर युवा मंच के उत्प्रेरक लखन मुर्मू आदि अन्य लोगों ने पोषण व स्वास्थ्य तथा कुपोषण से संबंधित बातों को बताया।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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