Rewari News : स्वतंत्रता सेनानीयों का वास्तविक इतिहास छिपाना दुर्भाग्यपूर्ण :: श्रीभगवान फौगाट

ग्राम समाचार न्यूज रेवाड़ी शारीरिक मानसिक और आर्थिक रूप से अमानवीय यातनाएं सहकर एक दशक से कड़ी मेहनत कर सैकड़ों गुमनाम रह गए राज्य स्वतंत्रता सेनानीयों का रिकॉर्ड आजाद हिन्द फौज राष्ट्रीय अभिलेखागार से ढुंढ कर राज्य सरकार से अनुरोध सात साल से किया जा रहा है कि रिकॉर्ड परिवारों तक पहुंचाएं स्वतंत्रता सेनानी दर्जा देवें एवं पांच सालों से मुख्य सचिव स्वतंत्रता सेनानी विभाग द्वारा चार बार सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर यह दिशा निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी परिवारों के पास ऐसा रिकॉर्ड है तो केस फाइल करें ताकि स्वतंत्रता सेनानी दर्जा दिया जा सके लेकिन दुःख है कि सरकारी कार्यालयों में दिया गया रिकॉर्ड परिवारों तक पहुंच नहीं पाया है मतलब ऐसे सैनिकों का नाम गांव का नाम लिखा फौगाट का अनुरोध पत्र पटवारियों को भेज रिपोर्ट मांगी जा रही है जबकि रिकॉर्ड आजाद हिन्द फौज पटवारियों को नहीं दिया जा रहा है इसलिए लगभग ऐसे में रिपोर्ट पटवारियों द्वारा भेजी जा रही है कि परिवार के पास आजाद हिन्द फौज रिकॉर्ड नहीं है। फौगाट द्वारा बताया गया है कि उन्होंने सात साल से लगभग सैकड़ों राज्य के सक्षम राजनेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से मौखिक रूप से भी इस विषय में पक्ष रखा गया है और आज तक सैकड़ों बार समाचार दिया गया है कि ऐसे सैनिकों द्वारा अपनी अंग्रेजी सेना नौकरी को ठोकर मार कर सब कुछ बलिदान कर दिया गया था ऐसे लगभग सैनिक गांव देहात किसान जमींदार परिवारों के सैनिक नौजवान अवस्था में शहीद हुए थे लेकिन स्वतंत्रता सेनानी पहचान नहीं होने कारण गुमनाम रह गए हैं लेकिन अब परिवारों को यह सब इतिहास गौरव गाथा पहुंचाना चुनौती बना हुआ है इसलिए सभी राज्य सामाजिक संगठनों से भी सहयोग मांगा जा रहा है उपरान्त कुछ सैनिक परिवार तक इतिहास पहुंच पाया है इसलिए यह सब दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें आजादी दिलाने वाले अमर शहीद सैनिकों कि गौरव गाथा इतिहास परिवारों तक पहुंचाना चुनौती बना हुआ है इसलिए पुनः सरकार से भी मांग किया गया है कि इस विषय में संज्ञान लेते हुए तुरन्त प्रभाव से परिवारों तक रिकॉर्ड पहुंचाने के दिशा निर्देश जारी करें।

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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

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