ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। मौसम की बेरुखी, भगवान सूर्य देव का रौद्र रूप और ऐसी स्थिति में पानी की विकट समस्या, लोगों के ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है। जहां 11:00 बजे के प्रथम पहर से अपराहन बाद 5:00 बजे तक लोगों का घरों से निकलना दुश्वार बन गया है। वहीं यह प्रचंड गर्मी एवं चिलचिलाती धूप के कारण प्रखंड क्षेत्र के कई जगहों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बताते चलें कि इस भीषण गर्मी में चारों तरफ पीने के पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, ऐसे में बात करें प्रखंड क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव कि जो डकाई नदी के किनारे अवस्थित है। फिर भी इस गांव में पेयजल को लेकर विकट समस्या उत्पन्न हो गई। बताते चलें कि डकाई नदी जो कभी भी सूखती नहीं थी, वह इस भीषण गर्मी में सूख गई नदी के सूख जाने के कारण लोगों को पीने के पानी के साथ साथ पशु पक्षियों को भी पानी की समस्या हो गई। इस प्रकार नदी के वर्षा
नहीं होने से गांव के लगभग लगभग सभी चापानल का जलस्तर भी नीचे चला गया, ऐसे में लोगों को दूर से जाकर पीने हेतु पानी लाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर बौंसी नगर पंचायत के वार्ड नंबर 15 ,16 थाना कॉलोनी एवं दलिया गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। प्रचंड गर्मी के कारण कई बोरिंग सुख चुके हैं। आमजन सहित पशु- पक्षियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग पानी खरीद कर पीने के लिए मजबूर हैं। यहां तक की ₹400 से ₹500 में 1000 लीटर पानी खरीद कर लोग अपने-अपने टंकियों में भरवाने को विवश हैं। मालूम हो कि, पीएचइडी विभाग के द्वारा अभी तक थाना कॉलोनी में पानी का पाइप लाइन नहीं बिछाया गया है। जब विभाग से बात की जाती है तो वह टालमटोल करने का काम करते हैं। अब ऐसे में लोगों को ऊपर वाले पर ही भरोसा है और लोग कयास लगाए हुए बैठे हैं कि, कब वर्षा होगी और जल संकट खत्म होगा।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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