Rewari News : ईमानदार मुख्यमंत्री की मिसाल "मनोहरलाल" :: वन्दना पोपली

 

हरियाणा एक हरियाणवी एक के नारे को चरितार्थ करने वाले व पात्र को पात्रता से वंचित नहीं रखने वाले माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी का आज जन्मदिन है इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता वंदना पोपली ने बताया कि जब से माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा की कुर्सी संभाली है पहले दिन से ही उन्होंने हरियाणा को पारदर्शी सरकार देने का संकल्प लिया था । केंद्र में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नक्शे कदम पर चलते हुए हरियाणा में मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल जी ने जो सपना देखा की प्रत्येक अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना जरूरी है उस पर पूरी ईमानदारी से उतरने का प्रयास किया व लाभ पहुंचाने का कार्य किया।


 मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना हरियाणा कौशल रोजगार निगम, मेरा पानी-मेरी विरासत, स्वामित्व योजना, ऑनलाइन स्थानांतरण नीति, व्यवसाय सुधार योजना, परिवार पहचान पत्र, ई-खरीद, व पोर्टल सुविधा के तहत हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति को सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाएं व योजनाएं उपलब्ध कराने का साहसिक कार्य किया।आज प्रदेश के 43 विभागों के 214 काडर में ऑनलाइन ट्रांसफर पालिसी अपनायी गयी है जिससे कि तबादलो के नाम पर जो दलाली हुआ करती थी वह खत्म हो सके और नोकरी करने वालो को अंको के आधार पर उनकी इच्छानुसार स्टेशन प्राप्त हो सके । मुख्यमंत्री जी की सोच सकारात्मकता के साथ-साथ रचनात्मकता को भी दर्शाती है। जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाते हुए भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का कार्य किया चाहे वह कोई कितना प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो। लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकास परियोजनाओं के लिए एक विशेष निगरानी प्रकोष्ठ के गठन किया । क्षेत्रवाद, जातिवाद की परंपरागत राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा के प्रत्येक जिलों में एक समान विकास की धारा को बहाकर सबका साथ- सबका विकास, सबका प्रयास व सबका विश्वास के आधार पर सुशासन को भी तय करने के प्रयासों को  अमलीजामा पहना "नाम मनोहर- काम मनोहर " को सिद्ध करने का काम किया।


 व्यवस्था परिवर्तन को बिना किसी भेदभाव के साथ पूरी ईमानदारी से हरियाणा के पटल पर उतारना तथा स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर बनाना प्रगति की तरफ बढ़ता हुआ कदम है। हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के सबसे गरीब परिवारों जिनकी वार्षिक आय कम से कम एक लाख अस्सी हजार है उनको लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का शुभारंभ हुआ ।।अभी तक 3.35 लाख परिवारों की पहचान की जा चुकी है जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय एक लाख रुपये से कम है। वो गरीब परिवार जो सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह रहे थे उनके लिए सलाना 9 हज़ार के बिजली बिल के दायरे को बढ़ा कर 12 हज़ार किया ताकि जो गरीब परिवार इस कारण से रह गए थे उनको भी सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। परिवार पहचान पत्र जैसी महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से सरकार 72 लाख परिवारों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री परिवार उत्थान अंत्योदय मेलों के माध्यम से एक लाख रुपये की वार्षिक आय से कम परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाना व नौकरियों में पारदर्शिता लाने का काम किया है। एक लाख से ज्यादा युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी देकर यह संदेश देने का काम किया कि प्रदेश में अब युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए  किसी नेता के चक्कर नही काटने पड़ेंगे तथा पर्ची खर्ची की व्यवस्था को खत्म करने का काम किया । सरकार ने सत्ता में आने के तुरंत बाद ग्रुप सी व ग्रुप डी की भर्ती में इंटरव्यू की सिस्टम को खत्म कर ईमानदार कार्यशैली को प्रदर्शित किया।


सक्षम युवा योजना के तहत 1.71 लाख युवाओं को 100 घंटे का रोजगार प्रदान करने का काम किया। देश का पहला श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय खोलकर प्रदेश के एक लाख युवाओं का कौशल विकास किया जो कि आगे भी निरंतर जारी है। बीते 8 साल में मनोहर सरकार ने अक्टूबर 2014 से 105 कॉलेजों की संख्या को बढ़ाकर 173 किया । इसी तरह महिला कॉलेज को 29 से बढ़ाकर 60 , मिडिल स्कूल 2397 से बढ़ाकर 5912, आईटीआई 142 से बढ़ाकर 181, व राजकीय संस्कृत स्कूल को 13 से बढ़ाकर 138 करना। प्रदेश मे 8 मेडिकल कालेज की संख्या को बढ़ा कर 13 किया और एमबीबीएस की सीटो को भी 750 से बढ़ा कर 1735 किया ।हाल ही में 250 स्कूलों का पीएम श्री योजना में शामिल होना भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा ।


 किसान पुत्र होने के कारण मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसानों के दुख दर्द को भलीभांति समझते हैं । देश का पहला ऐसा प्रदेश जहां पर 14 फसलें एमएसपी पर खरीदी जाती है मात्र 72 घंटे के अंतराल में किसानों को फसल का भुगतान कर दिया जाता है । बीते 3 सीजन में 56000 करोड रुपए का भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया गया। हरियाणा बनने के बाद से पहली बार विगत सरकारों के मुकाबले मनोहर सरकार ने फसल खराब होने पर 9414 करोड रुपए का मुआवजा किसानों को दिया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाकर किसानों ने 5666 करोड रुपए का क्लेम प्राप्त किया।


महिला सुरक्षा पर मुख्यमंत्री मनोहर का विजन जितना साफ व स्पष्ट है, वह पुरानी सरकारों में दिखाई नहीं दिया। इजराइल की तर्ज पर प्रदेश में आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा व स्वावलंबन के लिए डायल-112 कारगर साबित हुई है। मात्र एक साल में 9,20,563 काॅल का समाधान किया गया। मुख्यमंत्री ने हर ब्लॉंक स्तर पर महिला थाना, स्कूल-कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे, बलात्कार जैसा घिनौना अपराध पर फांसी की सजा और दुर्गा शक्ति जैसे अभियान चलाकर राजनीति में सामाजिक दायित्व का नया अध्याय जोड़ा है। भले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गृहस्थ जीवन में प्रवेश न किया हो। लेकिन, एक पिता की भांति उन्होंने सदा बेटियों की सुरक्षा की चिंता की। बीते आठ सालों में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाकर उन्होंने एक नेक पिता का फर्ज निभाया। जिसके कारण प्रदेश ने अपने माथे पर लगे कन्या भ्रूण हत्या के कंलक को धोकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कराया।


आज हरियाणा का सिर खेल-खिलाड़ी भी ऊंचा कर रहे है। खेल तालिका में हरियाणा देश भर के 30 फीसद पदक जीतता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरदृष्टि के फलस्वरूप प्रदेश के गाँव में 1100 खेल नर्सरियां खोली गई हैं। प्रदेश सरकार खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए साल 2023-24 में 526 करोड़ रुपए का बजट खर्च करेगी। मुख्यमंत्री का एक फर्ज सैनिक परिवारों के प्रति भी दिखाई देता है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के शहीद सैनिकों के 360 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर सरकारी नौकरी और 50 लाख की आर्थिक सहायता की गई। पंचायत चुनाव में महिला को आगे बढ़ाने की उनकी नीयत ने आम आदमी को कायल बना दिया है।

 पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण की पैरवी ने देश की अन्य सरकारों को सोचने पर मजबूर किया है। पहली बार किसी सरकार ने ई-गर्वेनस के जरिए से व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है। प्रदेश में अंत्योदय  सरल पोर्टल से 49 विभागों की 649 योजना और सेवाएं ऑनलाइन तरीके से आम आदमी तक पहुंच गई है। सुखद अहसास है कि 142 योजनाओं का 52,257 करोड़ रुपए का आम आदमी को प्रत्यक्ष लाभ भुगतान (डीबीटी) के माध्यम से सीधा लाभ मिला है। आज  ई-पीडीएस सिस्टम होने से लोगों को उंगुठा लगाकर राशन मिल रहा है। प्रदेश सरकार की महत्वकांशी स्वामित्व योजना की चर्चा सर्वत्र है, जिससे अंग्रेजों के काल से जारी लाल डोरा सिस्टम खत्म होगा। साथ ही जमीन पर होने वाले झगड़े खत्म होंगे, हर गरीब को उनकी जमीन का मालिकाना हक भी मिलेगा। ग्राम दर्शन पोर्टल जैसी योजनाओं को अब गांव में बैठा हर व्यक्ति अपने बहुमूल्य सुझाव सरकार तक पहुंचा सकेंगे। सीएम विंडो के माध्यम से बीते सालों में 9.37 लाख शिकायतों का समाधान घर बैठे हुआ है। गर्व से कहा जा सकता है। "हरियाणा एक-हरियाणवी एक" के मूल मन्त्र को लेकर सरकार ने पूरे प्रदेश को समान विकास की राह पर अग्रसर है।  बीते सात सालों में प्रदेश में 1070 किलोमीटर लंबे 17 राष्ट्रीय राजमार्गों की घोषणा हुई। गरीब व जरूरतमंद परिवार को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना, मनोहर सरकार की प्राथमिकता में है।  प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का सफल क्रियान्वयन मनोहर लाल की विशेष उपलब्धि है। आज प्रदेश में 29 लाख गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। बीते सालों में दो लाख से ज्यादा रोगियों का करीब 150 करोड़ रुपये से मुफ्त इलाज भी हुए।  लोगों को घर बैठे ही मुफ्त चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए ई-संजीवनी ओपीडी की शुरूआत भी हरियाणा से हुई है। गर्व की बात है कि प्रदेश में देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के रूप में निर्माणाधीन है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी मुख्यमंत्री बेहद संजीदा हैं। बड़े हर्ष का विषय है कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार सार्वजनिक रूप से भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी की खुले मन से प्रशंसा कर चुके हैं। प्रदेश प्रवक्ता वन्दना पोपली ने मुख्यमंत्री जी को उनके जन्मदिन की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ईश्वर, उन्हें अनंत काल तक ऊर्जान्वित रखें और प्रदेश उनके निर्देशन में सदैव उन्नति पथ पर अग्रसर रहे।

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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

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