देश और प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के केस को लेकर रेवाड़ी जिले में भी स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड़ में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की ओर तैयारियों का जायजा लिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर व आईसीयू में किए गए प्रबंध को परखा। इस मौके पर पीएमओ जय भगवान के साथ स्वास्थ्य विभाग से नोडल अधिकारी डॉ दीपक वर्मा, डॉ धर्मेंद्र, महेंद्र आदि मौजूद रहे।
रेवाड़ी जिले में फिलहाल शहर के नागरिक अस्पताल में 1 हजार व 500 MPN के प्लांट लगे हुए है। इनमें दोनों चालू हालत में है। साथ ही 14 वेंटिलेटर है, जिसमें 6 बच्चों के लिए आरक्षित रखे गए है। सभी चालू हालत में है। अलग से फ्लू कॉर्नर पहले से बनाया गया है। जिसमें कोविड से संबंधित टेस्टिंग की जा रही है। सोमवार को मॉक ड्रिल के दौरान इस सभी जगह का निरीक्षण पीएमओ जयभगवान जाटान के नेतृत्व में किया गया।पिछले कुछ माह की बात करें तो रेवाड़ी जिले में सैंपलिंग तो की जा रही है, लेकिन पहले के मुकाबले रफ्तार बहुत धीमी है। कुछ माह से जिले में कोविड का कोई पॉजिटिव केस भी नहीं आया है।
लेकिन पिछले एक सप्ताह से आसपास के जिलों में बढ़ रहे कोरोना के केस को देखते हुए यहां अब अतिरिक्त सैंपलिंग की जा रही है, जिससे स्थिति पर कंट्रोल बना रहे। रेवाड़ी जिले में पहली लहर में पॉजिटिव केस तो जरूर ज्यादा मिले थे, लेकिन कोविड की वजह से मौतें बहुत कम हुई थी। लेकिन वर्ष 2021 में आई कोविड की दूसरी लहर ने जिले में सबसे ज्यादा कहर बरपाया था। 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि उसके बाद आई तीसरी और चौथी लहर में पॉजिटिव केस के साथ-साथ रिकवरी रेट भी बराबर रहा। अब एक बार फिर से पॉजिटिव केस मिलने शुरू हो गए है।
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