Rajaun News: लगातार मंदिर में चोरी के मामले में छानबीन करने जुटी रजौन पुलिस

ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खैरा गांव स्थित श्रीराम जानकी शिव मंदिर में बीते दिन शुक्रवार की रात्रि अज्ञात चोरों ने मंदिर के गुम्बद में लगे पीतल आदि से बने कमल या केला के फूल जैसी आकृति की 25 से 30 फूल (कैप) उड़ा ले भागे, बताया जाता है कि चोरी हुई 25-30 फूल का वजन करीब 20 किलोग्राम से अधिक थी। वहीं लगातार इस मंदिर में चोरी की घटना से गांव में सनसनी फैल गई है। बता दें कि श्रीराम जानकी खैरा ड्योढ़ी ट्रस्ट द्वारा संचालित इस मंदिर में चोरों द्वारा पांचवी बार चोरी की घटना को अंजाम देने को लेकर ट्रस्ट के सचिव सुजीत कुमार सिंह ने शनिवार को रजौन थाना को लिखित आवेदन देकर अज्ञात चोरों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात्रि करीब 10 बजे मंदिर में कुछ गिरने की जोरदार आवाज हुई, जिसके बाद ग्रामीणों ने हो-हल्ला मचाया, इसी क्रम में पता चला कि शिव मंदिर के गुम्बद से पीतल आदि से निर्मित फूल को खोलकर अज्ञात चोर भाग रहे हैं, भागने के क्रम में दीवाल से उसी के गिरने की आवाज हुई थी, ग्रामीणों द्वारा हो-हल्ला व शोर मचाने के बाद जब तक ग्रामीण मंदिर पहुंचे कि तब तक चोर मंदिर से किसी तरह से दीवाल फांद कर भागने में सफल रहा। वहीं घटना की जानकारी मौके पर रजौन थाना पुलिस को दी गई, जिसके बाद रजौन थाना से सहायक अवर निरीक्षक मनोज कुमार झा अपने पुलिस दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की तहकीकात की, जहां पर अज्ञात चोरों का एक जूता तथा पीतल की 5-6 फूल गिरी पड़ी मिली, वहीं मंदिर के पिछले हिस्से में नाली सहित कई अन्य स्थानों पर भागने के क्रम में 

गिरने आदि से लहूलुहान हुए चोरों के खून के धब्बे भी मिले हैं। बता दें कि इस मंदिर में पूर्व में भी कई बार अज्ञात चोरों द्वारा भीषण चोरी की घटना को अंजाम दिया जा चुका है, इस सम्बंध में थाने में मामला भी दर्ज हुआ है, लेकिन अब तक पुलिस न चोरों का पता लगा पाई और न ही मंदिर से चोरी की गई वस्तुओं का। वहीं इस सम्बंध में रजौन थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि घटना की सूचना मिलते ही सहायक अवर निरीक्षक मनोज कुमार झा को भेजकर छानबीन कराई गई थी, साथ ही वहां रात से ही एक चौकीदार की तैनाती कर दी गई है। श्री राम जानकी खैरा ड्योढ़ी ट्रस्ट द्वारा लिखित आवेदन दी गई है, थाने में मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं इस सम्बंध में खैरा ड्योढ़ी निवासी सह धौनी रेलवे स्टेशन के सेवानिवृत्त मैनेजर दिलीप प्रसाद सिंह उर्फ मटरू बाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मंदिर एवं शिवालय का निर्माण 1894 से लेकर 1896 ने कराई गई थी। मंदिर और शिवालय को बनाने में करीब 2 वर्ष लगा था। मंदिर का निर्माण पूर्वज लख्खी मंडल एवं लोकनाथ प्रसाद मंडल द्वारा कराई गई थी। इस मंदिर में पहली बार 1957 ईस्वी में श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले झूलनोत्सव के दौरान राम, लक्ष्मण एवं सीता के तीन सोने के मुकुट को चोरों ने चोरी कर लिए थे। वहीं दूसरी बार 8 दिसंबर 2005 ईस्वी को अज्ञात चोरों ने मंदिर में स्थापित चार मूर्ति में से दो अष्टधातु का एवं दो कीमती पत्थर के मूर्ति को चोरी कर लिया गया था। चारों अष्टधातु एवं कीमती पत्थर के मूर्ति का वजन करीब बीस-बीस किलोग्राम का था। वहीं तीसरी बार 23 जनवरी 2015 की रात्रि बसंत पंचमी के एक दिन पूर्व श्री रामचंद्र भगवान की 30 केजी का अष्टधातु निर्मित मूर्ति की चोरी चोरों द्वारा की गई थी। वहीं चौथी बार करीब एक सप्ताह पूर्व 22 अप्रैल 2023 की रात्रि चोरों ने कीमती तंबा से निर्मित तड़ित चालक एवं मंदिर परिसर के चापाकल को भी चोरों ने चोरी कर लिया है, वहीं लगातार पांचवी बार कीमती पीतल आदि से निर्मित दो दर्जन से अधिक कैप ले भागा गया है। स्थानीय पुलिस द्वारा आज भी किसी भी मामले का पर्दाफाश नहीं किए जाने को लेकर चोरों का इस मंदी पर गिद्ध दृष्टि लगा हुआ है। मालूम हो अति प्राचीन खैरा ड्योढ़ी मंदिर को मंदिर परिसर के अलावे धोरैया प्रखंड के गेरुवा नदी के पश्चिमी तट पर अवस्थित पैर में करीब 21 एकड़ एवं धोरैया अंचल सह थाना अंतर्गत ऐंठा मौजा में करीब 11 एकड़ जमीन है। वहीं इस मंदिर में लगातार हो रही चोरी की घटना को लेकर ग्राम वासियों में तरह-तरह का चर्चाओं का बाजार गर्म है।

कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।

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Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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