ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। विदित हो कि हर साल 2 दिसंबर को दुनियाभर में डिजिटल साक्षरता से अलग-थलग पड़े समुदायों में जागरूकता पैदा करने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं में तकनीकी कौशल को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस आज दुनिया में मौजूद उन्नत अंतर को नियंत्रित करता है। इसी कड़ी में बौंसी प्रखंड स्थित बिहार सरकार द्वारा संचालित तकनीकी कौशल विकास केंद्र एंजेल कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर के प्रांगण में शुक्रवार को कुमार चंदन की अध्यक्षता में विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में संस्थान के संचालक कुमार चंदन ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, इस दिन की शुरुआत मूल रूप से भारतीय कंप्यूटर कंपनी एनआईआईटी
द्वारा 2001 में अपनी 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर की गई थी। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पहली बार 2001 में 2 दिसंबर को मनाया गया था। दुनिया कंप्यूटर और डिजिटल गैजेट पर काम करती है। कम्प्यूटर जल्द ही रोजमर्रा की जिंदगी में एक जरूरी चीज बन गए हैं। कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस हम लोग मनाते हैं। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस लोगों को प्राथमिक उपयोग से प्रोग्रामिंग स्तर और उन्नत समस्या समाधान से लेकर कौशल की एक श्रृंखला के साथ कुशलता से उनका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है। उक्त आयोजन में अमरेंद्र कुमार, मनीष कुमार, मिथिलेश कुमार, नीतीश कुमार, कपिल कुमार, आदित्य कुमार, बीना कुमारी, डोली कुमारी, गायत्री कुमारी, पूजा कुमारी, संगीता कुमारी, अंशु कुमारी, पूजा कुमारी, काजल कुमारी, सुजाता कुमारी, जीनत हसन, रूपा कुमारी, हेमा कुमारी सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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