ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। प्रखंड के सिकंदरपुर गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आज तीसरे दिन काफी मनोरम देखा गया। लोग भक्ति भाव में गोते लगा रहे थे। कथावाचक आचार्य अंजनी भूषण पाठक जी के द्वारा तीसरे दिन की कथा प्रसंग में धुंधकारी और गोकर्ण की कथा सुनाई गई। कथा को सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। कथावाचक अंजनी भूषण पाठक के द्वारा बताया गया कि, बुरे काम का हमेशा बुरा नतीजा होता है। जैसे गोकर्ण भागवत भक्त थे और उनका भाई धुंधकारी अधर्मी था। यही वजह है कि धुंधकारी की अकाल मृत्यु होने के कारण प्रेत योनि मिली थी। इसके बाद उनके भाई गोकर्ण ने प्रेत योनि से मुक्ति दिलाने के लिए सूत भगवान के बताए सूत्र पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया और भाई धुंधकारी को कथा सुनाई। जिसके श्रवण से धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिली थी।
कथावाचक ने स्पष्ट रूप से कथा के माध्यम से बताया कि, कर्म धर्म मनुष्य को संयमित और वेद रीति नीति से करना चाहिए और भाई से रंजीत नहीं करना चाहिए। बुरे समय में भाई ही भाई के काम आता है। भागवत कथा में कलाकारों के द्वारा देश भक्ति से संबंधित झांकी की प्रस्तुति देकर देश प्रेम का संदेश देने का काम किया गया। बताते चलें, सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा 15 मई 2022 तक चलेगी। जिसमें सुबह 8:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक तथा संध्या 7:00 से 10:30 तक कथा का आयोजन किया गया है। कथा के पश्चात प्रत्येक दिन प्रसाद का वितरण किया जाता है, प्रत्येक दिन की कथा में बाल कलाकारों के द्वारा मनोरम झांकी प्रस्तुत की जाती है इसको देखकर श्रोतागन मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। मौके पर नीरज कुमार यादव,सियाराम यादव, छेदी ठाकुर, सुबोध कापरी, बजरंगी पंडा, कमलेश शर्मा, नीतीश यादव, अनिल कापरी, बमबम कापरी, सुनील यादव, रोहित यादव, कामदेव कापरी, अनिल शर्मा, विष्णुदेव चौधरी, पुलिस यादव,सुधीर मंडल, ग्यानन्द कापरी, सोहित यादव, श्रीकांत कापरी,रूपनारायण कापरी,रामचंद्र कापरी,चंद्रशेखर सिंह, डॉ सर्वलाल ठाकुर सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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