ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- 2017 बैच के आईपीएस नाथू सिंह मीणा ने बुधवार को गोड्डा के नए पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने पूर्व पुलिस अधीक्षक वाई एस रमेश की जगह ली है, जिनका तबादला गवर्नर हाउस में हुआ है। नाथू सिंह मीणा राजस्थान के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग 2019 में चक्रधरपुर के एएसपी के रूप में हुई थी। तब नक्सल विरोधी अभियान के दौरान वे काफी चर्चे में रहे थे। सिर्फ लॉकडाउन के दौरान उन्होंने आधे दर्जन से ज्यादा नक्सली मुठभेड़ का नेतृत्व किया और इन इलाकों में नक्सलियों की कमर तोड़ दी। आईपीएस नाथू सिंह मीणा ने चक्रधरपुर में पीएलएफआई का लगभग सफाया कर दिया। इसके अलावा मई 2020 में पीएलएफआई मुठभेड़ में एरिया कमांडर समेत उसके अन्य दो साथियों को मार गिराया और दो को गिरफ्तार भी किया। नक्सलियों के विरुद्ध लगातार अभियान की वजह से वे उनके आंखों की किरकिरी बने रहे और इसी वजह से एक अभियान के दौरान नक्सलियों ने महिलाओं और बच्चों की आड़ लेकर फायरिंग शुरू कर दी थी। जिसमें एसपी के बॉडी गार्ड लखिन्द्र मुंडा और एसपीओ सुंदर स्वरूप महतो की गोली लगने से मौत हो गयी थी। पुलिस अधीक्षक के रूप में आईपीएस नाथू सिंह मीणा की ईस्ट सिंहभूम ग्रामीण के बाद दूसरी पोस्टिंग गोड्डा में बतौर पुलिस अधीक्षक हुई है।
नए एसपी के सामने होंगी कई चुनौतियां:-
लाख कोशिशों के बावजूद गोड्डा में अवैध बालू के कारोबार पर अंकुश नहीं लग पाया है। इन सबके साथ ही पत्थर के अवैध खनन व झारखंड से बिहार की सीमा में ले जाए जाने का धंधा गोड्डा, पोड़ैयाहाट, पथरगामा, महागामा राजाविठा, ललमटिया, मेहरमा जैसे इलाको में खूब फल-फूल रहा है। कोयले की तस्करी, बिहार से झारखंड के रास्ते बांग्लादेश तक पशु तस्करी और सीमावर्ती इलाको में अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इन सारे धंधों के पीछे कई सफेदपोश बड़े नामी-गिरामी चेहरे भी होते हैं, जिनसे नए पुलिस अधीक्षक को निपटना होगा।
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