ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:- बुधवार को बाबूपुर (पथरगामा) स्थित ब्रम्हाकुमारी पाठशाला में शिव जयंती मनाई गई l जयंती का शुभारंभ दुमका ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय से आई शालिनी बहन, माला दीदी, रेखा दीदी, गोड्डा की पूनम बहन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया l मौके को संबोधित करते हुए माला दीदी ने कहा कि सेवा करना ही हमारा लक्ष्य है और हम लोगों को किसी का भी सेवा करने से पीछे नहीं हटना चाहिए l बाबा से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है| शिवरात्रि पर्व अन्य आध्यात्मिक पर्व की तुलना में सबसे श्रेष्ठ है| इस तथ्य का कारण यह है कि यह पर्व मनुष्य की सद्गति से जुड़ा हुआ है l परमात्मा शिव जब कलयुग की अधर्म, ज्ञान और विकास की रात्रि में अवतरित होकर के व्यक्ति को धर्मयुक्त, ज्ञानवान और निर्विकार बनाने का अपना दिव्य अलौकिक कार्य करते हैं| हम उनके इस परम उपकार के बदले उनका दिव्य जन्म शिवरात्रि के रूप में मनाते हैं l शिव का अर्थ कल्याणकारी होता है तथा रात्रि शब्द व्यक्ति के आंतरिक दोषों का प्रतीक है| जिसका अर्थ है दोनों कि परमपिता परमात्मा शिव मनुष्यों की बुराइयों व दोषों को नष्ट कर उनका कल्याण करते हैं l पूनम बहन ने कहा कि परमात्मा शिव सर्व आत्माओं के पिता परमपिता है| परमात्मा शिव रूप में ज्योति बिंदु और गुणों में सागर के समान है l परमपिता शिव पवित्रता के सागर हैं, वे अपनी पवित्रता की शक्ति से व्यक्ति को महान बनाते हैं l भाई प्रदीप शर्मा ने कहा कि बिना आत्मिक ज्ञान के आज व्यक्ति बहुत लाचार और भयभीत हो गया है| उसके जीवन की सच्ची खुशी मानसिक और शारीरिक कष्टों से नष्ट होती जा रही है l शरीर प्रकृति की देन है| शरीर माता के गर्भ से जन्म लेता है फिर बालक, युवा और वृद्ध होने के बाद खत्म हो जाता है l मौके पर बच्चियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया तदुपरांत झंडोत्तोलन के साथ कार्यक्रम का समापन हो गया| मौके पर भाई अर्जुन, भाई अमित, भाई प्रदीप चांद, भाई डॉक्टर डोमन, भाई राज किशोर सहित अनेकों श्रद्धालु मौजूद थे|
अमन राज:-
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