ग्राम समाचार,चांदन,बांका। मानें तो केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं जनसुविधा के ख्याल से चलायी जा रही है। लाखों लाख रुपये खर्च कर योजना कहीं पूर्ण होती है तो कहीं जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की भेंट चढ़ जाती है। जिससे उसका उचित देखभाल नहीं हो पाता है। साथ ही लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण भी वह बेकार हो जाता है। कुछ ऐसा ही हाल हुआ है चांदन प्रखंड के उत्तरी बारने पंचायत के नौ नवंबर वार्ड स्थित बोगइया गांव में समुदायिक भवन एवं कुसुमजोरी पंचायत के सुरंगी गांव में किसान भवन। जहां ग्रामीणों के मुताबिक 2006 ईस्वी में ही सांसद विकास मद से निर्मित सामुदायिक भवन का। जो अब पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुका है। तो कहीं सांपों का बसेरा बन गया है। जहां देखा जाए तो लाखों रुपये खर्च कर सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य हुआ था। और तो और समुदायिक भवन इस कदर इस तरह निर्माण कार्य किया गया है कि देखने पर हैरानी
होगी। वहीं बोगइया गांव निवासी पंकज दास, रमेश दास, विनोद दास, प्रभु दास, हेमलाल दास, मीना देवी, लखिया देवी, बसंती देवी, यशोदा देवी, चंद्री देवी के अलावा पूर्व वार्ड सचिव राजेश दास सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गांव की आबादी के बीच सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया, जो आज तक अर्धनिर्मित भवन पड़ा है, निर्माण में घटिया किस्म के सामग्री लगा गया था जो आज खंडहर में तब्दील हो गया और सांप बिच्छू का बसेरा बन गया है। जिससे हम ग्रामीणों को कुछ अनहोनी होने का डर लगा रहता है। साथ ही इस अर्धनिर्मित भवन से गांव के सामाजिक कार्यों में उपयोग नहीं हो सका है। इसके आसपास झाड़ी व गंदगी का अंबार लगा है। इसे लेकर ग्रामीणों ने प्रेस मीडिया के माध्यम से जिलाधिकारी महोदय बांका को सामुदायिक भवन निर्माण की गुणवत्ता की जांच करा कर समुदायिक भवन बनाने की मांग की है। अब देखा जाए की न्यूज़ के माध्यम से ऐसे पुरानी खबर ग्रामीणों के पहल से प्रकाशित करने से ग्रामीणों की समस्या पर अधिकारी किस तरह संज्ञान लेते हैं।या नहीं लेते हैं, क्योंकि बिहार में एनडीए की सरकार है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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